वेतन ने मिलने पर भड़के जेआइटीएफ कर्मी
मनी कैनट, बाघापुराना कस्बा बाघापुराना में शनिवार को सुबह वेतन न मिलने पर जेआइटीएफ कंपनी के तहत कूड़
मनी कैनट, बाघापुराना
कस्बा बाघापुराना में शनिवार को सुबह वेतन न मिलने पर जेआइटीएफ कंपनी के तहत कूड़ा कर्कट उठाने वाले कर्मचारी भड़क उठे। उन्होंने पिछले कई महीनों से वेतन न मिलने के चलते गुजारा न होने समेत दुकानदार द्वारा राशन भी उधार न देने की दास्तां सुनाई तथा काम बंद कर हड़ताल पर चले गए।
इस संबंध में कर्मचारी यूनियन के प्रधान सुरेन्द्र, उपप्रधान जगसीर राम, राना, राम, सुरेश कुमार के अलावा अन्य ने कहा कि वह जेआइटीएफ कंपनी के तहत पिछले तीन सालों से शहर के सभी वार्डो समेत अन्य स्थानों से कूड़ा उठाने का काम कर रहे हैं। उक्त कंपनी द्वारा समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। पिछले दो-तीन महीनों से उनकों वेतन जारी नहीं किया गया है। इससे उनके घरों का गुजारा इस महंगाई के दौर में चलना असंभव हो गया है। पूर्ण चंद, सुरेश कुमार, गुरमेल सिंह, गुरदीन, जगसीर सिंह, विक्की, ¨रकू, सोनू, राजा व सन्नी व अन्य ने कहा कि एक ओर जहां कंपनी द्वारा उनका काम करने के बावजूद वेतन समय पर नहीं दिया जा रहा है। वही इस महंगाई के दौर में गुजारा न होने समेत दुकानदार भी उन्हें राशन नहीं दे रहा है। इससे उनके परिवारों को बहुत समस्या का सामना करने समेत अन्य खर्च में भी पूरे नहीं हो पा रहे है। कंपनी द्वारा दिए जा रहे वेतन के उपरांत काटे गए पीएफ फंड की भी पूरी जानकारी मुहैया नहीं करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन समेत डिप्टी कमिश्नर से मांग करते हुए कहा कि उनका वेतन समय पर देने समेत काटे जा रहे पीएफ फंड का सही ब्योरा दिया जाए। अगर उनकी समस्या का समय पर समाधान न हुआ तो आने वाले दिनों में संघर्ष को तेज किया जाएगा।,जिसकी पूरी जिम्मेवारी जेआइटीएफ कंपनी की होगी।
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ईओ के ध्यान में लाएंगे पूरा मामला : बाली
इस संबंध में नगर पंचायत बाघापुराना के प्रधान बाल कृष्ण बाली का कहना है कि उनके द्वारा पूरा मामला ईओ के ध्यान में लाया जाएगा, जिससे कि वह कंपनी के उच्चाधिकारियों के साथ बैठ कर पूरे मामले को सुलझा सकें।
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अपने स्तर पर उठवाएंगे कूड़ा : ईओ
इस संबंध में नगर पंचायत के ईओ जगजीत सिंह बराड़ का कहना है कि उनके ध्यान में पूरा मामला आ चुका है। वह शहर से बाहर है। फिर भी वह अपने स्तर पर कूड़ा उठाने का कार्य करवाएंगे। कंपनी के एग्रीमेंट के अनुसार पैसा भी काटेंगे व शहर वासियों को समस्या नहीं आने देंगे।