डायरिया से एक और की हालत नाजुक
जेएनएन, मोगा
बस्ती मोहन सिंह में शनिवार को अचानक डायरिया फैलने ने से लोगों में दहशत फैल गई। शुक्रवार रात को एक व्यक्ति की मौत होने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया। शनिवार शाम को बिट्टू सिंह के 15 साल के बेटे लवप्रीत सिंह की हालत बिगड़ गई। बिट्टू सिंह बेटे को पहले मोहल्ला लाहोरियां वाला में आरएमपी डॉक्टर पास ले गया, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उसे आरएमपी डॉक्टर ने फरीदकोट रैफर कर दिया। पता चला है कि लवप्रीत की हालत ज्यादा बिगड़ने पर फरीदकोट के डॉक्टरों ने उसे लुधियाना रैफर कर दिया है।
इस संबंधी सरकारी अस्पताल के डॉक्टर सुखप्रीत सिंह बराड़ पूछने पर उनका कहना है कि लवप्रीत को सरकारी अस्पताल में दाखिल नहीं करवाया गया है। जबकि वह शनिवार सुबह से इस बस्ती में डेरा जमाए हुए हैं। वह लगातार बस्ती के लोगों को सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज करवाने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति अपनी मर्जी से अपने परिवारिक सदस्य को निजी तौर पर कही ले जाता है तो इसकी जिम्मेदारी सेहत विभाग की नहीं है।
विभाग का डायरिया पर काबू पाने का दावा
डॉ. सुखप्रीत बराड़ का कहना है कि बस्ती मोहन सिंह में सेहत विभाग ने 24 घंटे के भीतर डायरिया पर काबू पा लिया है। रविवार तक भर्ती 21 मरीजों में से लगभग सात मरीजों के ठीक होने के बाद उनको छुट्टी दी गई है। जिला प्रशासन ने प्रभावित बस्ती में पानी वाले टैकर के जरिए पानी सप्लाई करना शुरू कर दिया है। सेहत विभाग की टीम रविवार को भी बस्ती में डटी रही।
शनिवार को सेहत विभाग की टीम ने लगभग 100 लोगों को पेट दर्द की दवा वितरत की है। जबकि रविवार को पेट दर्द के 171 लोगों को दवा वितरत की गई। इसके पांच हजार क्लोरिन की गोलियां भी बस्ती में बांटी गई। हालांकि रविवार को डायरिया के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिनको सरकारी अस्पताल में भेजा गया है। जिनमें चरणजीत कौर पत्नी गुरमेल सिंह निवासी बस्ती मोहन व बलजीत कौर पुत्री इंद्रजीत सिंह शामिल हैं।