मार्कफेड के ओपन प्लेंथ में पड़ा करोड़ों का गेंहू हो रहा खराब
प्रकाश गर्ग, निहालसिंह वाला
कस्बा निहालसिंह वाला स्थित मार्कफेड के ओपन प्लेंथ में करोड़ों का गेहूं खुले में पड़ा होने से खराब हो रहा है। इस मामले में विभाग के दो इंस्पेक्टरों की लापरवाही सामने आई है। इसमें विभाग के इंस्पेक्टर ने हेराफेरी होने की पुष्टि की है। इस मामले में जब निहाल सिंह वाला के बरनाला रोड स्थित मार्कफेड के ओपन प्लेंथ की जागरण प्रतिनिधि ने कवरेज करनी चाही तो वहां तैनात गेटमैन बूटा सिंह व निर्मल सिंह ने उन्हें रोक दिया। इस संबंध में अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने भी कवरेज करने से मना कर दिया। दीवार के ऊपर से कवरेज करने पर पता चला कि इस ओपन प्लेंथ में विभाग ने स्टाक कर रखी करोड़ों की गेहूं खराब हो चुकी है। इस पर विभाग के इंस्पेक्टर हरमन सिंह से बात करने पर उन्होंने कबूल किया कि उनसे पहले यहां तैनात दविंद्र सिंह व राम कृष्ण सिंह ने गेहूं के रखरखाव में लापरवाही की है। गेहूं के स्टोरेज के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि साल 2012-13 का माल है। जबकि कुछ महीने पहले लगी स्पेशल के दौरान कई ट्रक भरे गए थे, लेकिन खाली जगह फिर भी नहीं है। जिस कारण नई गेहूं इस ओपन प्लेंथ में नहीं लगाई जा सकी। जिस पर 70 हजार बोरियों को चक्के को घटा कर 35-35 हजार का चक्का कर दिया है।
दूसरी ओर मार्कफेड के ओपन प्लेंथ में तैनात गेटमेन ने बताया कि वह इस ओपन प्लेंथ के अलावा किसी भी ओपन प्लेंथ में जाएंगे तो वहां इससे ज्यादा घटिया किस्म का गेहूं मिलेगा।
जिला मैनेजर को नहीं पता कितना गेहूं स्टाक में है
मार्कफेड के जिला मैनेजर निशान सिंह का कहना है कि उन्हे नहीं पता है कि कस्बा निहालसिंह वाला के बरनाला रोड पर स्थित विभाग के ओपन प्लैंथ में कितना स्टाक जमा है और कितना खराब हो गया है इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। जबकि कुछ समय पहले चंडीगढ़ से टीम आई थी। वह उस ओपन प्लेंथ की जांच करके जा चुकी है। मामला उनके ध्यान में है।