Move to Jagran APP

आप नी मरी, सोरियां ने मार ता कुड़ी नूं

जागरण संवाददाता, मानसा करीब पांच साल पूर्व जिस बेटी श्वेता की आंगन से डोली उठी थी, उसी चौखट स

By Edited By: Published: Fri, 28 Oct 2016 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 28 Oct 2016 01:00 AM (IST)
आप नी मरी, सोरियां ने मार ता कुड़ी नूं

जागरण संवाददाता, मानसा

loksabha election banner

करीब पांच साल पूर्व जिस बेटी श्वेता की आंगन से डोली उठी थी, उसी चौखट से वीरवार को रोते बिलखते परिवार द्वारा अर्थी उठाई गई। इस दौरान श्वेता के समाना निवासी ससुरालियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए शव यात्रा निकाली गई तथा बारहहट्टा चौक में शव रखकर सरकार व पुलिस प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया गया। शव यात्रा में आगे आगे बिलखते हुए बार बार 'आप नी मरी सोरियां ने मार ता कुड़ी नूं' कहते हुए चल रही मृतका की बहन मीनू का हाल देख लोगों की आंखें नम हो उठी। समाना में विवाहित श्वेता का शव बुधवार को भाखड़ा नहर में से संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था।

हालांकि समाना पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बता कर पति सहित ससुराल परिवार के चार सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, लेकिन श्वेता के मायके परिवार का आरोप है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसे मार कर नहर में फेंका गया है, ताकि यह आत्महत्या का मामला लगे जबकि श्वेता के शरीर पर चोटों के निशान हैं। श्वेता पत्नी रवि गर्ग एक प्राईवेट स्कूल में अध्यापिका थी। परिजनों ने बताया कि ससुराल परिवार द्वारा उसके द्वारा आत्महत्या करने की बात कही जा रही थी, लेकिन बुधवार को समाना में पूर्व विधायक मंगत राय बासल, प्रगतिशील स्त्री सभा की नेता जसवीर कौर नत्त सहित उनके द्वारा विरोध करने पर पुलिस ने पति रवि गर्ग, जेठानी अकाली पार्षद च्योति गर्ग, जेठ विनोद बिट्टू व सास अनीता रानी के खिलाफ मामला दर्ज किया। वीरवार को दोपहर बाद गमगीन माहौल में श्वेता के अंतिम संस्कार के दौरान परिवार ने प्रदर्शन करते हुए ससुरालियों को गिरफ्तार करने की मांग की। श्वेता के मामा विजय बासल, भारत भूषण, मां शांति रानी, बहन मीनू रानी, रिश्तेदार जनक राज, सिकंदर सिंह, मोहन लाल, जसपाल विक्की आदि ने कहा कि श्वेता ने आत्महत्या नहीं की उसे ससुराल परिवार ने मारकर नहर में फेंका है। परिवार ने शव का पटियाला से पोस्ट मार्टम करवाया है तथा कहा कि रिपोर्ट आने के बाद यह सच सामने आ जाएगा। उनके अनुसार ससुराल परिवार सत्ता पक्ष से संबंधित होने कारण पुलिस इस मामले को ओर रंगत दे कर आरोपियों को गिरफ्तार करने से गुरेज कर रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.