हड़ताल के कारण नहीं मिला फेस्टिवल लोन
संस, मानसा दर्जा चार कर्मियों को सरकार द्वारा जारी दिवाली मौके पर दिए जाने वाला फेस्टिवल लोन
संस, मानसा
दर्जा चार कर्मियों को सरकार द्वारा जारी दिवाली मौके पर दिए जाने वाला फेस्टिवल लोन क्लेरिकल स्टाफ की हड़ताल के कारण ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। सरकार द्वारा सात हजार रुपए फेस्टिवल लोन का पत्र 19 अक्टूबर को जारी किया गया था तथा 25 अक्टूबर तक कर्ज पास कराने की आखिरी तारीख थी।
दफ्तर में क्लेरिकल स्टाफ की हड़ताल के चलते खजाना दफ्तर मानसा ने लोन के बिल नहीं लिए गए और फेस्टिवल लोन जारी नहीं हो पाया है। दर्जा चार कर्मियों का कहना है कि जिला के खजाना अफसर द्वारा अपने कुछ चाहने वाले लोगों के बिल ले लिए, मगर अन्य को वापस भेज दिया गया और कहा गया कि मुलाजिम हड़ताल पर है। दर्जा चार कर्मियों ने इस धक्केशाही के खिलाफ एक बैठक की जिसमें राज्य सरकार से मांग की गई कि लोन की तिथि को आगे बढ़ाया जाए व खजाने पर लगाई अघोषित पाबंदी हटाई जाए, जिससे मुलाजिमों के लंबे समय से लटके पड़े बिलों का भुगतान हो सके। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया तो मुलाजिम संघर्ष समिति मानसा में खजाना दफ्तर समक्ष रोष धरना लगाएगी।
इस अवसर पर सिकन्दर सिंह घरागना, गोरा लाल, लाभ कौर, गोरा लाल, सुषमा, भगवंत सिंह, तारा चंद, प्रलाद भक्त, हरिन्दर शर्मा, कृष्ण सिंह, जतिन्दर सिंह व लाल बहादुर मौजूद थे।