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लुधियाना के दोराहा में अमोनिया गैस का रिसाव, छह की मौत

जागरण संवाददाता, दोराहा (लुधियाना) : दोराहा के पास शुक्रवार आधी रात को जीटी रोड पर एक टैंकर से अमोनिया गैस के रिसाव से छह लोगों की मौत हो गई। जिला प्रशासन ने पांच लोगों के मरने की पुष्टि की है। अमोनिया गैस से भरा टैंकर बठिंडा से नंगल जा रहा था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2015 06:57 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2015 09:27 PM (IST)
लुधियाना के दोराहा में अमोनिया गैस का रिसाव, छह की मौत

जागरण संवाददाता, दोराहा (लुधियाना) : दोराहा के पास शुक्रवार आधी रात को जीटी रोड पर एक टैंकर से अमोनिया गैस के रिसाव से छह लोगों की मौत हो गई। जिला प्रशासन ने पांच लोगों के मरने की पुष्टि की है।
अमोनिया गैस से भरा टैंकर बठिंडा से नंगल जा रहा था।

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टैंकर के पुल के नीचे फंसने से हुआ हादसा

दोराहा में बेअंत सिंह चौक पर फ्लाइओवर के नीचे फंस गया। उत्तर प्रदश के आगरा का निवासी ड्राइवर जतिंदर सिंह ने टैंकर निकालने की कोशिश की, लेकिन रगड़ लगने से टैंकर के ढक्कन के वॉल्व से गैस लीक करने लगी। इस पर वह भाग गया। इसके बाद दोराहा के साथ-साथ आसपास के गांव व अस्पताल चपेट में आ गए। वहां से गुजर रहे लोग बेहोश होकर गिरने लगे।

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लोगों को बचाने पहुंचे खन्ना के डीएसपी हरजिंदर सिंह गिल भी बेहोश हो गए। उनको आइवीवाइ अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत में सुधार है। पायल के डीएसपी वरिंदरजीत सिंह भी गैस चढऩे से बेहोश हो गए। भंगू अस्पताल दोराहा के नजदीक से मरीज उठाने गए 108 एंबुलेंस के दो कर्मचारी भी बेहोश हो गए।
सूचना मिलने पर कई उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। आसपास के क्षेत्र को खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। सरकारी व निजी संस्थानों की करीब 30 एंबुलेंस राहत कार्यों में जुटी रहीं।

खन्ना सिविल अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. रंजीव बैंस के अनुसार, हादसे के बाद से सिविल अस्पताल में 34 प्रभावित आए थे। इनमें से 32 को एक घंटे बाद छुट्टी दे दी गई। दो लोगों को आइवीवाइ अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना में सौ लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं, जो पटियाला, राजपुरा व लुधियाना के अस्पतालों में उपचाराधीन हैं।

प्रशासन ने की पांच के मरने की पुष्टि, तीन की पहचान

मृतकों में अवजेत इंदर सिंह (जालंधर), दोराहा स्थित लवली स्वीट्स का मालिक सतपाल मकौल, रणजोध सिंह (दोराहा) पुत्र रामलाल दोराहा शामिल हैं। अवतेज का भाई बलतेज सिंह अपोलो अस्पताल लुधियाना में भर्ती है। इसके अलावा दो अज्ञात शव खन्ना एवं लुधियाना के सिविल अस्पताल में रखे गए हैं। गैस रिसाव से रामपुर की महिला छोटी की रात में ही मौत हो चुकी थी।

अस्पतालों में उपचाराधीन

खन्ना नर्सिंग होम में दोराहा के रविदत्त की 15 वर्षीय पुत्री मानसी, यहीं के 28 वर्षीय राहुल, बेअंत चौक के 27 वर्षीय सोनू और 25 वर्षीय कमल देवी पत्नी सुनील कुमार। जीवन ज्योति अस्पताल में दोराहा स्थित लक्कड़ मंडी की रहने वाली 28 वर्षीय सुमन पत्नी संदीप उपचाराधीन। लुधियाना के डीएमसी, सीएमसी और अपोलो अस्पताल में लगभग 100 लोग दाखिल हैं। अधिकतर मरीज खतरे से बाहर हैं।

अस्पतालों के मरीज भी चपेट में

क्षेत्र के बड़े अस्पतालों में शुमार सिद्धू और राजवंत अस्पताल में 24 घंटे सैकड़ों लोग मौजूद रहते हैं। यहां भी लोग गैस की चपेट में आए गए। अस्पताल में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों को बिना फस्र्टएड के गाडिय़ों से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। सिद्धू नर्सिंग कॉलेज के हॉस्टल में रहतीं छात्राओं को भी सुरक्षित स्थल पर भेजा गया।

यूं पहुंचे मौत के करीब

भाई के साथ घर से निकला था अवतेज
अवतेज इंदर सिंह जालंधर के मॉडल टाउन का रहने वाला था। वह अपने भाई बलतेज सिंह के साथ घूमने आया था, जिसकी परसों आस्ट्रेलिया की फ्लाइट थी। दोनों साहनेवाल में जिमीदार ढाबे पर खाना खाने रुके। इनका मूड बना कि दोराहा जाकर मैकडोनाल्ड में कुछ खाया जाए। दोराहा में पुलिस ने पुल बंद किया हुआ था। उन्होंने अपनी कार सर्विस लेन पर डाल ली। वहां जाम में फंस गई। दोनों भाई अमोनिया गैस की चपेट में आ गए। वे अचेत हो गए। बलतेज सिंह लुधियाना स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती है और अवतेज की मौत हो गई।

चार कारीगरों को बचा गया सतपाल

करीब 60 वर्षीय सतपाल मकौल दोराहा में लवली स्वीट्स शॉप का मालिक था। यह शहर की जानी मानी दुकान है, जो हादसा स्थल बेअंत सिंह चौक से करीब 100 मीटर दूर है। घर लक्कड़ मंडी के पास है, जो दुर्घटनास्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रात्रि करीब दस बजे वह दुकान बंदकर घर लौट आया।

करीब साढ़े ग्यारह बजे उन्हें दुकान में काम करने वाले कारीगर का फोन आया कि दुकान के अंदर जहरीली गैस से उनका दम घुट रहा है। यह सुनते ही सतपाल अपने 27 साल के बेटे विनीत को साथ लेकर स्कूटी पर सवार होकर घर से निकल गया। कुछ देर में दुकान पर जांच पहुंचा। उन्होंने चार कारीगरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन खुद अमोनिया गैस के संपर्क में आ गया।

सतपाल के भाई विजय कुमार ने बताया कि इस स्थिति में अधिक देर रहने से सतपाल व विनीत बेहोश होकर गिर पड़े। इन्हें लुधियाना स्थित अपोलो अस्पताल ले जाया गया। इलाज के करीब दस मिनट बाद सतपाल भगवान को प्यारे हो गए। विनीत ठीक है। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी भारती का बुरा हाल है।

फल बेचकर घर लौट रहा था रणजोध

45 वर्षीय रणजोध सिंह को रोज की तरह दोराहा मुख्य बाजार में फल बेचकर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अपने घर के लिए निकल पड़ा, जो दोराहा गांव स्थित वार्ड 10 में स्थित है। वह पुल के समीप पहुंचा तो कुछ ही पलों में बेहोश होकर गिर पड़ा। सिविल अस्पताल में रणजोध सिंह के शव को पोस्टमार्टमके लिए लेकर पहुंचे रिश्तेदार रूबल गिल ने बताया कि आसपास के लोग जब रणजोध सिंह को रात्रि करीब साढ़े बारह बजे अपोलो अस्पताल लेकर पहुंचे तो उसने दम तोड़ दिया।


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