Ludhiana: सेंट्रल जेल में रिश्वत न देने पर कैदियों के साथ बदसलूकी, 3 कैदियों को बुरी तरह पीटा, Video आया सामने
लुधियाना सेंट्रल जेल में प्रबंधकों पर तीन कैदियों को बुरी तरह पीटने के आरोप लगे हैं। घायलों का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें ये लोग रिश्वत ने देने पर पिटाई होने का दावा कर रहे हैं। इसकी शिकायत डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर को दी गई है।
लुधियाना, दिलबाग। सेंट्रल जेल में जेल प्रबंधकों पर तीन कैदियों को बुरी तरह पीटने के आरोप लगे हैं। घायल हुए युवकों की वीडियो भी जेल से बाहर आई है। आरोप है कि जेल प्रबंधन के खिलाफ बोलने पर उन्हें यह सजा दी गई है। घायलों के चचेरे भाई ने इसकी शिकायत डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर को दी है।
जानकारी देते हुए गांव चकर के निवासी हरजीत सिंह निवासी चकर ने बताया कि उसके खिलाफ हत्या का आपराधिक मामला दर्ज है, वह सात जेल में रहने के बाद कुछ समय पहले ही बाहर आया है। उसके दो भतीजे अमनदीप सिंह और गुरअमृत सिंह जेल में बंद हैं। हरजीत सिंह ने आरोप लगाया है कि जेल में सेल की चेकिंग के दौरान वहां के सिक्योरिटी इंचार्ज और डिप्टी ने मिलकर उनकी बेतहाशा पिटाई की है। एक के मुंह पर गंभीर चोट आई हैं और दूसरे का पांव तोड़ दिया गया है। जिससे वह घायल हुए हैं, इनमें से एक को तो जेल के अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जबकि एक को सेल में बंद कर दिया गया है।
रिश्वत न देने पर कैदियों के साथ मारपीट
उसने जेल से बाहर आई वीडियो दिखाते हुए कहा कि यह पहले भी लगातार होता रहा है कि रिश्वत नहीं देने पर बंदियों को बुरी तरह से पीटा जाता है। वह इससे पहले भी जेल में नशा बिकने और मोबाइल के इस्तेमाल होने के आरोप सबूतों के साथ लगा चुका है और इसी कारण ही अब उसके साथियों को पीटा जा रहा है। यही नहीं आज उनके केस की तारीख भी थी और घायल होने की वजह से उन्हें अदालत में ही नहीं लेकर आया गया है।
सवालों के घेरे में जेल विभाग
केंद्रीय जेल से मारपीट में घायल हुए युवकों की वीडियो लगातार वायरल होने से जेल विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालात यह हैं कि पहले कैदियों के साथ मारपीट होती है और बाद में उसकी वीडियो भी आरोप लगाने वाले व्यक्ति के पास आ जाती है, मगर अब इस पर जेल विभाग के अधिकारियों के पास कुछ कहने को नहीं है।
सुनवाई नहीं हुई तो जेल के बाहर प्रदर्शन करेगा परिवार
हरजीत सिंह का कहना है कि वह इसकी शिकायत पहले डीसी, सीपी से करेंगे। अगर सुनवाई नहीं हुई तो वह इसके बाद डीजीपी जेल और मुख्य मंत्री से मिलेंगे। अगर फिर भी उनकी सुनवाई नहीं होती है तो वह जेल के बाहर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने मांग की है कि घायल हुए कैदियों को जेल से बाहर लाकर उनका इलाज करवाया जाए और उनसे मारपीट करने वाले अधिकारियों के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाए।