Move to Jagran APP

Ludhiana: रंगदारी के लिए नशेड़ियों को भेज रहे विदेश में बैठे गैंगस्टर, डेढ़ लाख की वसूली पर मिलने थे 10 हजार

विदेश में बैठे गैंगस्टर पंजाब में लोगों को डरा धमकाकर रंगदारी वसूलने के लिए नशेड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। नशे की पूर्ति के लिए नशेड़ी रंगदारी का पैसा इकट्ठा करने के लिए आसानी से मान जाते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaPublished: Tue, 31 Jan 2023 09:44 PM (IST)Updated: Tue, 31 Jan 2023 09:44 PM (IST)
Ludhiana: रंगदारी के लिए नशेड़ियों को भेज रहे विदेश में बैठे गैंगस्टर, डेढ़ लाख की वसूली पर मिलने थे 10 हजार
रंगदारी के लिए नशेड़ियों को भेज रहे विदेश में बैठे गैंगस्टर, डेढ़ लाख की वसूली पर मिलने थे 10 हजार

लुधियाना, जागरण संवाददाता : विदेश में बैठे गैंगस्टर पंजाब में लोगों को डरा धमकाकर रंगदारी वसूलने के लिए नशेड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। नशे की पूर्ति के लिए नशेड़ी रंगदारी का पैसा इकट्ठा करने के लिए आसानी से मान जाते हैं। रंगदारी की वसूली के लिए खासकर उन युवकों को टारगेट किया जा रहा है, जिनका कोई आपराधिक रिकार्ड न हो। कुछ दिन पहले जगराओं में एक किरयाना व्यापारी से रंगदारी लेने के लिए आए दो युवक पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे। युवकों से पूछताछ में यह बात सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में अब मनीला में बैठे अमृतपाल सिंह उर्फ एमी को भी नामजद कर लिया है। इससे पहले उसकी मौसी के बेटे को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

prime article banner

एसएसपी जगराओं हरजीत सिंह का कहना है कि आरोपितों को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। अब तक की जांच में सामने आया है कि गैंगस्टर अर्श डाला के इशारे में उसके गुर्गे व्यापारियों को काल कर धमकाते हैं। रंगदारी की रकम तय होने पर वे स्थानीय बदमाशों के नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। इस मामले में मनीला में बैठे अमृतपाल सिंह एमी के साथी अमरीक सिंह ने फिरोजपुर के जगतार सिंह को रंगदारी की रकम लेने के लिए चुना था। वहीं, अमृतपाल सिंह के मौसेरे भाई सुखविंदर सिंह सुक्खा ने अमनदीप सिंह को इस काम के लिए लगाया था।

आरोपित एक-दूसरे को जानते तक नहीं थे

व्यापारी से रंगदारी की रकम लेने के बाद जगतार सिंह को केवल 10 हजार रुपये दिए जाने थे। अमनदीप सिंह को सुखविंदर सिंह ने यह कह कर भेजा था कि जगराओं से किसी से पैसे लेने हैं और उसे जगतार सिंह के साथ जाना है। रंगदारी की रकम लेने आए दोनों आरोपित एक-दूसरे को जानते तक नहीं थे। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे नशे के आदी हैं। जगतार को तो रुपये मिलने थे लेकिन अमनदीप को सुखविंदर नशे के लिए अक्सर रुपये दे देता था। पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि अमृतपाल सिंह अब जेलों में बंद गैंगस्टरों के आर्थिक तौर पर टूट चुके गुर्गों का इस्तेमाल कर रहा है।

मोगा, फरोजपुर व फरीदकोट में रंगदारी करता है अमृतपाल 

मोगा के कस्बा बाघापुराना के गांव नवां पिंड का रहने वाला अमृतपाल सिंह काफी समय पहले मनीला में रह रहा है। वह लगातार रंगदारी के काम में लगा हुआ है। इस पैसे से वह देश विरोधी ताकतों को फंडिंग करता है। वह पहले गोल्डी बराड़ और हरिंदर रिंदा के लिए काम करता रहा है। अब अर्श डाला के लिए काम कर रहा है। उसने मोगा, फिरोजपुर और फरीदकोट के व्यापारियों से भी रंगदारी वसूल की है। गुरप्रीत सेखों, शेरा खुभ्भन पहले इस इलाके में रंगदारी वसूल करते रहे हैं। उनके बाद अमृतपाल ने यहां अपना वर्चस्व कायम कर लिया। मोगा पुलिस उसे पहले भी रंगदारी के लिए धमकाने के मामलों में नामजद कर चुकी है।

नशेडियों को गैंगस्टरों से जोड़ने वालों को तलाश रही पुलिस

आइजी कौस्तुभ शर्मा का कहना है कि हाल में जगराओं और खन्ना पुलिस की जांच में सामने आया है कि गैंगस्टर और देश विरोधी तत्व बिना आपराधिक रिकार्ड वाले नशेड़ी युवकों से रंगदारी की वसूली करवा रहे हैं। इन युवकों को वे कुछ रुपये देते हैं। वसूली का यह पैसा बाद में हवाला के जरिये गैंगस्टरों तक विदेश पहुंचाया जाता है। पुलिस ने इनके तरीके का भंडाफोड़ कर दिया है। अब उन लोगों की तलाश है जो नशेड़ियों को इन गैंगस्टरों से जोड़ रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.