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लुधियाना की Steel Industry की इनपुट कास्ट ने तोड़ी कमर, दो महीनों में दस रुपये तक बढ़ गए दाम

काेराेना महामारी और किसान आंदोलन ने स्टील सेक्टर के लिए रोजाना नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। पंजाब में स्टील की उपलब्धता कम होने के चलते दाम अनियंत्रित हो रहे हैं। अब उद्यमियाें ने सरकार से राहत दिलाने की मांग की है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 07:24 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 07:24 AM (IST)
लुधियाना की Steel Industry की इनपुट कास्ट ने तोड़ी कमर, दो महीनों में दस रुपये तक बढ़ गए दाम
पंजाब की इंडस्ट्री के लिए स्टील के दामों में लगातार हो रही उठापठक। (फाइल फाेटाे)

लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। पंजाब की इंडस्ट्री के लिए स्टील के दामों में लगातार हो रही उठापठक बड़ी चुनौतियां पैदा कर रही हैं। ह़ाेजरी और गारमेंट्स इंडस्ट्री को छोड़ पंजाब का आर्थिक पहिया स्टील व इससे संबंधित उत्पादों पर आश्रित है। पिछले तीन महीनों में काेराेना महामारी और किसान आंदोलन ने स्टील सेक्टर के लिए रोजाना नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। पंजाब में स्टील की उपलब्धता कम होने के चलते दाम अनियंत्रित हो रहे हैं और शार्टेज के लिए जमाखोरी और कई कंपनियों की ओर से कार्टल का बनाए जा रहे हैं।

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ऐसे में इसका प्रभाव साइकिल, हैंडटूल, एग्रीकल्चर पार्टस, ट्रैक्टर पार्टस, मशीन टूल, फास्टनर इंडस्ट्री सहित कई अहम सेक्टरों पर आना आरंभ हो गया है। कंपनियों को उत्पाद बनाते समय इसकी इनपुट कास्ट को लेकर भारी कठिनाई हो रही है और रोजाना दामों में हो रही उठापठक इंडस्ट्री को परेशान कर रही है।

इसके साथ ही दामों की रोज की उठापठक के साथ क्रिएट शार्टेज के चलते प्रोडक्शन रोजाना प्रभावित हो रही है। इसको लेकर उद्यमियों ने सरकार से अपील की है कि सरकार स्टील के दामों को खुद नियंत्रित करे, ताकि इंडस्ट्री को इस तरह की परेशानियों से न गुजरना पड़े।

...इन उत्पादों की शार्टेज से दामों की उठापठक
बात उत्पादों की शार्टेज की करें, तो इस समय एचआर क्वाइल, सीआर क्वाइल, शीट्स, वायर रोड, मोटा सरिया के दामों में आम दिनों की तुलना में पिछले दो महीने में 10 रुपए किलो की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके साथ ही लोकल रोलिंग मिलों की ओर से कनवर्शन चार्जेज के दाम भी एक हजार रुपए प्रति टन बढ़ गए हैं। जबकि स्क्रैप की काट भी कम की जा रही है। इसके साथ ही प्रमुख स्टील रा मैटीरियल कुल्फी (इंगट) के दामों में तीन महीने में सात रुपए प्रति किलो का इजाफा हो चुका है।

सरकार दामों को नियंत्रित करने को करें प्रयास
केपी इंडस्ट्री के एमडी राजन गुप्ता के मुताबिक यह समय इंडस्ट्री के लिए बेहद परेशानी वाला है। रोजाना स्टील में होने वाली उठा पठक इंडस्ट्री के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर रही है। सरकार को दाम नियंत्रण को लेकर कमेटी का गठन करना चाहिए। जो स्टेट के मुताबिक दाम तय करें। पंजाब में स्टील की उपलब्धता नहीं है। अंबिका साइकिल के एमडी अशोक गुप्ता के मुताबिक स्टील के दामों ने प्रोडक्शन प्रोसेस को प्रभावित कर दिया है। इनपुट कास्ट रोजाना बदल रही है और उपलब्धता भी कम होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


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