सेकेंडरी कूड़ा कलेक्शन प्वाइंट पर अब गाद नहीं फेंकेंगे सीवरमैन
सीवरेज की सफाई के बाद निगम कर्मी अक्सर गाद को सेकेंडरी कूड़ा कलेक्शन प्वाइंटों पर डाल देते हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : सीवरेज की सफाई के बाद निगम कर्मी अक्सर गाद को सेकेंडरी कूड़ा कलेक्शन प्वाइंटों पर डाल देते हैं। इसकी वजह से एक तो आसपास बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है दूसरा गाद गीली होने की वजह से कूड़े का वजन भी बढ़ जाता है। इससे सीधे तौर पर नगर निगम को आर्थिक नुकसान भी होता है। लेकिन अब सीवरमैन सीवरेज की सफाई करके गाद को सेकेंडरी कूड़ा कलेक्शन प्वाइंटों पर नहीं डालेंगे, बल्कि उन्हें सीवरेज की गाद सीधे मेन कूड़ा डंप तक पहुंचानी होगी। इसके लिए निगम कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ ने आदेश जारी कर दिए।
नगर निगम ओएंडएम सेल के अलावा अन्य ब्रांचों के कर्मचारी भी वेस्ट सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंटों पर डाल देते हैं, जिसमें बागवानी विभाग व बीएंडआर के मुलाजिम शामिल होते हैं। निगम कमिश्नर ने सभी ब्रांचों को साफ कह दिया कि कोई कर्मचारी कूड़े के अलावा अन्य किसी तरह का वेस्ट मटीरियल सेकेंडरी प्वाइंटों पर नहीं डालेगा। उन्हें वेस्ट सीधे मेन डंप को पहुंचानी होगी। उन्होंने संबंधित ब्राचों के अफसरों को भी साफ कह दिया कि ऐसा न करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और इसके लिए अफसरों की जिम्मेदारी तय होगी। एटूजेड को हो रहा था फायदा, निगम को घाटा
नगर निगम एटूजेड कंपनी को प्रति टन के हिसाब से सेकंडरी कूड़ा कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा उठाने के पैसे देता है। निगम की अन्य ब्रांचों का वेस्ट मटीरियल जब सेकंडरी प्वाइंटों पर आता है तो निगम को उसे उठाने के पैसे भी एटूजेड कंपनी को देने पड़ेंगे। निगम कमिश्नर के इन आदेशों से एटूजेड कंपनी की कमाई में भी कटौती हो जाएगी। निगम कंपनी को करीब साढ़े तीन सौ रुपये प्रति टन के हिसाब से देता है। हालांकि कंपनी के इंचार्ज विशांत चौधरी का कहना है कि उनकी तरफ से कई बार नगर निगम को लिखकर दिया गया था कि सीवरेज की गाद और नाले से निकाला गया कचरा भी उनके सेकंडरी कलेशन प्वांइटों पर आ रहा है। जिससे उन्हें कूड़ा लिफ्ट करने में दिक्कत आ रही है।