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एएस मैनेजमेंट पर कांग्रेस पैनल का कब्जा, 12 उम्मीदवार जीते

सचिन आनंद/धर¨मदर ¨सह: खन्ना विधानसभा चुनावों में भारी मतों से गुरकीरत ¨सह कोटली को जिताने वाले

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 01:10 AM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2017 01:10 AM (IST)
एएस मैनेजमेंट पर कांग्रेस पैनल का कब्जा, 12 उम्मीदवार जीते
एएस मैनेजमेंट पर कांग्रेस पैनल का कब्जा, 12 उम्मीदवार जीते

सचिन आनंद/धर¨मदर ¨सह: खन्ना

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विधानसभा चुनावों में भारी मतों से गुरकीरत ¨सह कोटली को जिताने वाले कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं की बदौलत अब शहर की सात शिक्षण संस्थाओं का संचालन करने वाली एएस हाई स्कूल खन्ना ट्रस्ट एंड मैनेजमेंट सोसायटी पर भी कांग्रेस समर्थित पैनल का कब्जा रहा। रविवार को हुए मतदान का परिणाम सोमवार रात घोषित हुआ। इसमें कांग्रेस के 12 और भाजपा समर्थित पैनल के 8 उम्मीदवार जीते। जबकि 4 आजाद उम्मीदवारों में से कोई भी नहीं जीत पाया। बता दें कि इस सोसायटी के 20 सदस्य चुने जाते हैं। जिस पैनल को बहुमत मिलता है, उसका सोसायटी पर कब्जा होता है। हालांकि कांग्रेस ने 20 में से 12 सदस्य बनाकर सोसायटी पर कब्जा कर लिया है। रविवार को सोसायटी चुनाव में कुल 5684 में से 4869 वोटों की पोलिंग हुई थीं। वहीं सोमवार सुबह 8 बजे मतगणना शुरू हो गई थी। इसमें 10 चरण थे। पहले 9 चरणों में 500 वोट प्रति चरण गिना गया और अंतिम चरण में 369 वोट गिने गए। जबकि पहले चरण से कांग्रेस उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए थे और अंतिम तक उनकी यह बढ़त बरकरार रही। कांग्रेस समर्थित पैनल को इस बात का गम रहा कि उन्हीं के पैनल के अनुभवी व वरिष्ठ उम्मीदवार और सोसायटी के पूर्व महासचिव रह चुके विजय शर्मा मात्र एक वोट के कारण हार गए। शर्मा भाजपा पैनल के जसपाल लोटे से एक वोट पीछे रहे। लोटे 20वें और शर्मा 21वें स्थान पर आए।

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किसे कितने मत मिले

1. विकास मेहता - 3408

2. एडवोकेट राजीव राय मेहता - 3057

3. शमिंदर ¨सह ¨मटू - 2837

4. राजेश कुमार डाली - 2802

5. तेजिंदर शर्मा - 2759

6. अजय सूद - 2744

7. दिनेश शर्मा मंटू - 2706

8. सुशील कुमार शीला - 2567

9. जतिंदर देवगन - 2550

10. करण अरोड़ा - 2537

11. नवदीप शर्मा - 2515

12. एडवोकेट नवीन थम्मन - 2464

13. संजीव धमीजा - 2459

14. सुदर्शन वर्मा पप्पी - 2458

15. एडवोकेट बलदेव कृष्ण बत्रा - 2445

16. एडवोकेट परमजीत ¨सह - 2320

17. रजनीश बेदी - 2282

18. राज कुमार साहनेवालिया - 2276

19. मदन लाल शर्मा - 2275

20. जसपाल लोटे - 2182

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विकास मेहता को मिले सबसे अधिक वोट

स्थानीय नगर कौंसिल के अध्यक्ष विकास मेहता को सोसायटी के चुनाव में सबसे अधिक वोट मिले। सोसायटी में बतौर वूमेन कॉलेज के सचिव रहे मेहता ने 4869 वोटों में से 3408 वोट हासिल किए। वे हर चरण में आगे ही रहे और उनकी लीड किसी से नहीं टूटी। कांग्रेस पैनल जीतने के पीछे भी उनका अहम योगदान माना जा रहा है। क्योंकि उन्होंने जितनी मेहनत अपने लिए की,उससे कहीं ज्यादा पैनल को जिताने के लिए की। कांग्रेस पैनल को जिताना उनके लिए साख का सवाल था।

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दोबारा गिनती को लेकर तनाव

सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक सब ठीकठाक से चलता रहा। 9वें चरण में आकर कांग्रेस पैनल के विजय शर्मा और भाजपा पैनल के जसपाल लोटे में पेंच फंस गया। 9वें चरण के बाद लोटे 2025 वोट लेकर 20वें स्थान पर थे और विजय शर्मा 2009 वोट लेकर 21वें स्थान पर। जबकि 10वें चरण में लोटे को 157 और विजय शर्मा को 172 वोट मिले। जिसके चलते शर्मा लोटे से एक वोट पीछे रह गए। कांग्रेस पैनल ने 9वें चरण की दोबारा गिनती कराने की मांग मुख्य चुनाव अधिकारी प्रिंसिपल डा. आरएस झांजी के समक्ष रखी। भाजपा पैनल के ग्रुप लीडर व उम्मीदवार राजेश डाली ने इसका विरोध करते हुए इसे नियमों के खिलाफ करार दिया। इसे लेकर एक बार तो वहां तनाव पैदा हो गया। मंच पर कांग्रेसियों की झांजी व डाली से काफी बहस तक हुई। हॉल में धक्केशाही नहीं चलेगी के नारे लगाए गए। वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह मामला शांत कराया और फिर कहीं झांजी ने नतीजा घोषित किया।

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हौसले को सलाम, मगर मिला नहीं मुकाम

फोटो - 29

एएस मैनेजमेंट सोसायटी चुनाव में कोई भी पैनल महिला उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारता। करीब 27 वर्ष पहले वीना कुमारी निवासी खन्ना ने यह चुनाव लड़कर नारी सशक्तिकरण को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया था। लेकिन किसी ने इस पर गौर नहीं किया था। इतने वर्षो बाद खन्ना की फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाले रिटायर्ड एसएसपी अशोक पुरी की पुत्रवधू स्वीनी पुरी (एमए इंग्लिश) ने अपनी सोच को समाज से कहीं आगे लाकर चुनाव मैदान में पांव रखा था। पहले आजाद नामांकन भरने वाली स्वीनी बाद में भाजपा पैनल में चली गई थीं और उसे पैनल ने जीतने पर वूमेन कॉलेज की सचिव बनाने का ऐलान भी किया था। चुनाव नतीजों के मुताबिक स्वीनी का जो प्रदर्शन रहा, उससे हर कोई उसके हौसले को सलाम कर रहा है। लेकिन साथ ही यह दुख भी जता रहा था कि इतिहास रचने चुनाव मैदान में उतरी यह महिला अपने मुकाम तक नहीं पहुंच सकी। कुछ चरणों में स्वीनी की 20 सदस्यों में एंट्री हो गई थी, लेकिन बाद में कुछ वोटों से वे पिछड़ गई। कुल 42 उम्मीदवारों में से स्वीनी 22 वें स्थान पर रहीं उसे 2144 वोट मिले। हालांकि एक बात जरूर रही कि स्वीनी का प्रदर्शन कई दिग्गजों से बेहतर रहा।


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