बिना लाइसेंस चल रही हैं मीट की दुकानें
धर्मेद्र सचदेवा, समराला : समराला व इसके आस पास के क्षेत्रों में बिना लाइसेंस के ही मीट की दुकानें चल
धर्मेद्र सचदेवा, समराला : समराला व इसके आस पास के क्षेत्रों में बिना लाइसेंस के ही मीट की दुकानें चल रहीे हैं। लाइसेंस न होने के बावजूद मीट को काट कर बेचा जा रहा है। ये ध्ाधा पिछले कई वषरें से जारी है। सेहत विभाग को इन दुकानों के बारे पूरी जानकारी है। इसके बाद भी विभाग लापरवाही दिखा रहा है जबकि ये मामला लोगों की सेहत से जुड़ा हुआ है।
लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया लुधियाना सेहत विभाग द्वारा की जाती है। इसके बिना न तो मीट काटा जा सकता है और न ही बेचा जा सकता है। विभाग की लापरवाही के कारण ही लोगों के हौंसले बुलंद हो रहें हैं और धड़ाधड़ शहर और आस पास ये दुकानें खोली जा रहीं हैं और इनका कारोबार कई गुना बढ़ रहा है।
शादियों के समय काफी संख्या में मुर्गे और बकरे काटे जाते हैं।
पहले लाइसेंस नगर कौंसिल द्वारा बनाया जाता था उसके बाद इसका काम सेहत विभाग को सौप दिया गया।
कौंसिल के कार्य साधक अफसर मनजीत सिंह का कहना है कि इस काम का लाइसेंस बनाना सेहत विभाग का काम है। उनका काम मीट की दुकानों की सफाई पर नजर रखना है।
इस संबंध में जब सेहत विभाग के फूड इंस्पेक्टर रविंदर गर्ग से बात की गई तो उनका कहना था कि किसी भी मीट का कारोबार करने वाले ने लाइसेंस के लिए उनके पास आवेदन नहीं किया। उन्होनें चेतावनी दी कि बिना लाइसेंस के कारोबार करने वाले पर कारवाई की जाएगी।
दूसरी ओर समाजसेवी संतोख सिंह नागरा ने माँग की कि इन मीट का कारोबार करने वालों के लाइसेंस समराला में ही बनवाए जाएं क्योंकि लुधियाना जाने से बचने के कारण ही ये धंधा बिना लाइसेंस के ही बढ़ता जा रहा है।