11 बाल मजदूर करवाए मुक्त, चाइल्ड होम भेजे
जागरण संवाददाता, लुधियाना : बाल मजदूरी पर अंकुश लगाने के लिए बनी जिला टास्क फोर्स ने कार्रवाई करत
जागरण संवाददाता, लुधियाना :
बाल मजदूरी पर अंकुश लगाने के लिए बनी जिला टास्क फोर्स ने कार्रवाई करते हुए बुधवार को 11 बाल मजदूर मुक्त करवाए। शिवपुरी टूटीयां वाला मंदिर के पास स्थित होजरी परिसर से छुड़वाए गए इन बाल मजदूरों को सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाने के बाद चाइल्ड होम कुराली भेज दिया गया।
इस छापामारी में शामिल बचपन बचाओ आंदोलन के प्रदेश कोआर्डिनेटर दिनेश कुमार के अनुसार 12 से 16 साल के इन बाल मजदूरों से काम सिखलाई के नाम पर प्रतिदिन दस घंटे की मजदूरी करवाने की एवज में मात्र पचास रुपये दिए जा रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन मुक्त करवाए इन मजदूरों के रिलीज सर्टिफिकेट जारी करने में कई महीने लगा देते हैं, जिसके चलते कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाती।
टास्कफोर्स को सूचना मिली थी कि शिवपुरी में जैकेट बनाने वाली होजरी यूनिट में बड़ी संख्या में बाल मजदूरों से नाममात्र भुगतान पर कई घंटे काम लिया जा रहा है। शिवपुरी टूटियां वाले मंदिर के सामने गली में स्थित इस यूनिट में दबिश के दौरान होजरी संचालकों ने कार्रवाई का विरोध भी जताया। कई बच्चों के लिए उनका दावा था कि वह 18 साल से ज्यादा उम्र के हैं।
डेढ़ घंटे तक डाक्टरों ने मेडिकल के लिए इंतजार करवाया
मुक्त करवाए मजदूरों को दोपहर 12.30 बजे सिविल अस्पताल लेकर पहुंची जिला टास्कफोर्स की सुनवाई डॉक्टरों ने नहीं की। डेढ़ घंटा बीत जाने पर अधिकारियों ने इसकी जानकारी डीसी रवि भगत को दी। डीसी ने तुरंत सिविल अस्पताल को मेडिकल करने की हिदायत दी। इसके बाद हरकत में आए सिविल अस्पताल प्रशासन ने दो घंटे में बच्चों का मेडिकल किया। शाम चार बजे इन बच्चों को कुराली चाइल्ड होम रवाना किया गया।
इस दौरान जगरांव के तहसीलदार दिलभाग सिंह, लेबर इंस्पेक्टर हरदेव सिंह, अशोक कुमार, असिस्टेंट डायरेक्टर फैक्ट्री नरिंदर पाल सिंह, प्रदीप कुमार, सेहत विभाग से डॉ. राज कौर, शिक्षा विभाग से हरमिंदर सिंह, चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट से हरदेव सिंह व बचपन बचाओ आंदोलन से दिनेश कुमार व हरचरण सिंह मौजूद रहे।