भक्तों को अंधकार से प्रकाश की अग्रसर करते हैं गुरु : साध्वी सोमप्रभा
संस, लुधियाना दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने राहों रोड पर चल रहे दो दिवसीय सत्संग प्रवचनों के दूस
संस, लुधियाना
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने राहों रोड पर चल रहे दो दिवसीय सत्संग प्रवचनों के दूसरे दिन सभा का शुभारंभ करते साध्वी सोमप्रभा भारती जी कहा कि एक गुरु ही है जो एक भक्त के जीवन में अंधकार ना देखते हुए उसे प्रकाश की ओर अग्रसर करता है। उसकी मंदबुद्धि को समाप्त कर उसे सद्बुद्धि प्रदान करने वाला एक गुरु ही है। ऐसे गुरू के स्मरण मात्र से ही दुख, दरिद्र, क्लेश व डर इत्यादि सभी मुश्किलें खत्म हो जाती हैं, लेकिन आज संसार में हम देखें कि आप को सभी परमात्मा के भक्त ही दिखाई देंगे, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि उनके जीवन में जो होना चाहिए वह नहीं है और जो नहीं होना चाहिए, वह उनके जीवन में है। कहने का तात्पर्य यह है कि इंसान प्रभु की भक्ति तो कर रहा है पर उस भक्ति के रास्ते पर चल नहीं रहा है। जिस पर चल कर उस जगत के पालक के दीदार हो सकें और उस के जीवन में परिर्वतन आ सके। क्योंकि आज के इंसान ने परमात्मा को केवल मात्र मानने तक ही सीमित कर रखा है, लेकिन प्रभु प्रकाश रूप में इस संसार में रमण करते हैं। उस प्रकाश रूप को इन बाहरी नेत्रो के द्वारा नहीं देखा जा सकता। साध्वी ने बताया कि इंसान को मानने तक ही सीमित नही रहना चाहिए उसे उसे कण-कण में विचरण करने वाले प्रभु को अपने घट में प्रकाश रूप में देखने के लिए भी अग्रसर होना होगा। इस दौरान साध्वी मनजीत भारती व साध्वी किरण भारती ने भजनों से समां बांधा।