एएसआइ व हेड कांस्टेबल सस्पेंड
विनोद पुरोहित, लुधियाना वैसे तो पंजाब पुलिस पर अवैध हिरासत में रखकर मारपीट करने के आरोप लगना आम ब
विनोद पुरोहित, लुधियाना
वैसे तो पंजाब पुलिस पर अवैध हिरासत में रखकर मारपीट करने के आरोप लगना आम बात है, लेकिन एक मामला ऐसा सामने आया जिसमें दो दोस्तों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बगैर कसूर उन्हें कोतवाली थाने में हिरासत में रखकर पुलिस मुलाजिमों ने शराब के नशे में बुरी तरह मारपीट की। और तो और उन्हें अपना जूता उतारकर अपने ही सर पर मारने के लिए मजबूर किया गया। इस मामले में पुलिस मंगलवार सुबह से ही पल्ला झाड़ती दिखाई दी, लेकिन शाम ढलते ही इस मामले में पुलिस की कार्रवाई की गति में तेजी नजर आई। इसके तहत एएसआइ जसविंदर सिंह व एक हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर पुलिस लाइन भेज दिया गया।
अवैध हिरासत में रख डंडों से की मारपीट
अमरपुरा निवासी दो दोस्त तरसेम सिंह व सरबजीत सिंह ने बताया कि सोमवार की रात करीब 11 बजे वह रेलवे स्टेशन के बाहर शराब के ठेके के बाहर खड़े थे। जहां ठेके के कारिदों से कुछ युवक बहस रहे थे। जहां कारिदें उनसे भी बहस करने लगे। इसी दौरान उन्होंने मौके पर पीसीआर व कोतवाली पुलिस को बुला लिया। तरसेम व सरबजीत ने आरोप लगाया कि कोतवाली से आया एक एएसआइ किसी को बगैर कुछ कहे सिर्फ उन्हें ही कार में बैठाकर ले गया। जहां पहले उसने पुल के पास मारपीट की और बाद में उन्हें कोतवाली थाने ले गए। जहां एएसआइ के साथ कई पुलिस मुलाजिमों ने पहले शराब पी। फिर हिरासत में रखकर उनको डंडों से पीटा। इसके बाद उन्हें अपना ही जूता उतार कर अपने ही सर पर मारने के लिए मजबूर किया गया। भोर में करीब तीन बजे परिवार के लोगों के आने के बाद उन्हें अवैध हिरासत से रिहा किया गया। जिसके बाद उन्होंने सिविल अस्पताल में अपना मेडिकल करवाया, जहां उनके शरीर पर कई नीले निशान थे और आंखें भी पूरी तरह जख्मी हो चुकी थीं। उनका कहना है कि वह इसकी शिकायत पुलिस के उच्च अधिकारियों को देंगे।
पीसीआर दस्ते से भी हुई हाथापाई
पीसीआर दस्ता नंबर, 1 में तैनात हेड कांस्टेबल विजय कुमार ने बताया कि 11 बजे के बाद उन्हें शराब के ठेके बंद कराने का आदेश है और हंगामा न हो इसलिए रेलवे स्टेशन के बाहर बने शराब के ठेकों को जाकर बंद करवा देते हैं। सोमवार रात रेलवे स्टेशन के बाहर बने ठेके पर काफी संख्या में लोग इकट्ठा थे, जो आपस में बहस रहे थे। इस पर वह व हेड कांस्टेबल सुखविंदर सिंह मौके पर गए। जहां उन्होंने हंगामा होता देख टवेरा व कोतवाली पुलिस को भी सूचित कर बुला लिया। इसी बीच जब वह हंगामा रोकने के लिए गए तो भीड़ में उनके साथ भी हाथापाई हो गई, लेकिन उन्होंने समय पर हंगामा शांत करवा दिया था।
बाक्स
'इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है और न ही हमारे पास कोई ऐसी शिकायत आई है। अगर कोई शिकायत आती है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।'
-जोगिंदर सिंह, एडीसीपी-1।
'यह मामला हमारी जानकारी में आ गया था। जिसके बाद एक एएसआइ जसविंदर सिंह व एक हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है।'
-रवनीश चौधरी, एसीपी, नार्थ।