पार्षद की कार टो करने आए एडीसीपी का विरोध
जासं, लुधियाना : शिवाजी नगर में आजाद पार्षद जसबीर सिंह जस्सा की कार को टो करवाने आए एडीसीपी हेडक्
जासं, लुधियाना :
शिवाजी नगर में आजाद पार्षद जसबीर सिंह जस्सा की कार को टो करवाने आए एडीसीपी हेडक्र्वाटर द्रुव दहिया के खिलाफ इलाकावासियों ने जमकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि 17 अप्रैल को आजाद पार्षद जसबीर सिंह जस्सा का उनके किराएदारों के साथ झगड़ा हो गया था। इस दौरान सरकार के कुछ लोगों की मदद से पार्षद जस्सा के खिलाफ ही झूठा मामला दर्ज कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि एडीसीपी द्रुव दहिया दूसरे पक्ष की मदद कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जांच वापस होने के बावजूद दूसरे पक्ष की मदद करने के लिए दहिया आजाद पार्षद जसबीर सिंह की कार को टो करने के लिए उनके घर के बाहर आ गए। सूचना मिलते ही एडीसीपी जोगिंदर सिंह भी मौके पर पहुंचे और जांच को दो दिन में खत्म करने का आश्वासन देकर धरना खत्म करवाया।
सत्ताधारी नेता के दबाव में किया केस दर्ज : जस्सा
पार्षद जसबीर सिंह जस्सा ने कहा कि एक सत्ताधारी नेता के दबाव के चलते पुलिस ने उन पर झूठा मामला दर्ज किया ताकि उनका राजनीतिक कैरियर खराब कर सकें। उन्होंने कहा कि वह जनता के लिए संघर्ष कर रहे हैं और इसी प्रकार करते रहेंगे। प्रदर्शन के दौरान भाजपा वरिष्ठ नेता रविंदर अरोड़ा, आजाद पार्षद अजर नैय्यर, भाजपा नेता गुरदेव शर्मा देबी आदि मौजूद थे।
कार में तलवार होने पर बढ़ा विवाद
एडीसीपी दहिया ने जब कार को कब्जे में लिया तो कार के अंदर एक तलवार पड़ी हुई थी। इसके बाद दहिया ने कार को टो कर कर थाने ले जाने के आदेश दे दिए। मगर इलाके के लोगों ने कहा कि यह आजाद पार्षद जसबीर सिंह जस्सा की कार है और उन्हें कई जगहों पर तलवार व सिरोपे के साथ सम्मानित किया जाता है, जिस कारण कार में तलवार पड़ी होगी। इस दौरान दहिया के न मानने पर लोगों ने उनके खिलाफ विरोध शुरू कर दिया।
पार्षद और उनके पड़ोसियों में हुआ था विवाद
आजाद पार्षद जसबीर सिंह जस्सा और उनके पड़ोसियों में 17 अप्रैल को जमकर विवाद हुआ था। इस मामले में दोनों पक्षों ने पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने पार्षद व उनके दोनों बेटों समेत कई लोगों पर मामला दर्ज कर दिया।
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लावारिस कार की सूचना मिलने पर पहुंचे थे : एडीसीपी
एडीसीपी हेडक्र्वाटर द्रुव दहिया ने कहा कि वह किसी अन्य मामले में जांच करने के लिए शिवाजी नगर इलाके में गए हुए थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली की एक चंडीगढ़ नंबर की लावारिस कार रांग पार्किग में खड़ी हुई है और उसमें तलवार भी है। इसके बाद वह मौके पर पहुंच गए और कार को टो करने के आदेश दे दिए। उन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि पार्षद व उनके पड़ोसी के साथ झगड़े की जांच एडीसीपी जोगिंदर सिंह के पास है। उन्होंने कहा कि कार टो करने का मामला पार्षद झगड़े विवाद से नहीं जुड़ा हुआ।