अस्पताल में खालसा, सड़क पर राजनीति
फोटो- 11 - सभी पार्टी के नेता पहुंचे खालसा से मिलने, फोटो करवा लौटे - कोई खालसा के हक में उतरा,
फोटो- 11
- सभी पार्टी के नेता पहुंचे खालसा से मिलने, फोटो करवा लौटे
- कोई खालसा के हक में उतरा, किसी ने की निंदा
अर्शदीप समर, लुधियाना
सजा काट चुके कैदियों को रिहा करने के लिए करीब दो सौ से अधिक दिनों से अनशन पर चल रहे बापू सूरत सिंह खालसा का मोर्चा गर्मजोशी से राजनीतिक मोड़ ले चुका है। हर एक पार्टी का नेता इस राजनीति में कूदना चाहता है। चाहे वह इस मोर्चे को गलत समझते हों या फिर ठीक। कुछ लोगों ने इस अनशन का समर्थन किया और कुछ इसका विरोध कर वापस लौट गए।
डीएमसी अस्पताल के डॉक्टरों ने खालसा के परिवार वालों के अलावा अन्य सभी लोगों को मिलने से मना किया हुआ है, लेकिन फिर भी नेता खालसा को मिलने के लिए आते हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें डीएमसी के मुख्य द्वार पर ही रोक लेता है। इसके बाद सड़क पर ही खालसा का हालचाल लेकर वापस चले जाते हैं। इस दौरान सड़क पर ही खालसा को लेकर जमकर राजनीति होती है
डीएमसी अस्पताल के सामने वाला पार्क बना राजनीति का अखाड़ा
डीएमसी अस्पताल के सामने बना पार्क राजनीति का अखाड़ा बना गया है। पार्टी के नेता अपने समर्थकों के साथ डीएमसी आते हैं और जब उन्हें अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया जाता तो वह अस्पताल के सामने बने पार्क में चले जाते हैं। चहां पर अपने विचार रखने बाद वापस लौट जाते हैं।
अभिनेता से लेकर धार्मिक संस्थाओं के लोग भी आ रहे मिलने
अनशन पर चल रहे खालसा को मिलने के लिए पंजाबी अभिनेता से लेकर धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोग भी डीएमसी अस्पताल पहुंच रहे हैं। हालांकि पुलिस उन्हें भी मिलने नहीं दे रही। यह लोग भी अस्पताल परिसर में उनके परिजनों को मिलकर वापस लौट जाते हैं। इस दौरान मशहूर पंजाब अभिनेता व गायक बब्बू मान भी खालसा ले मिलने के लिए अस्पताल आए थे।
अस्पताल में खालसा को लेकर बनी रहती है दहशत
डीएमसी अस्पताल में खालसा के इलाज के दौरान सुरक्षा को लेकर भारी संख्या में पुलिस मुलाजिम तैनात किए गए हैं। इस दौरान अस्पताल परिसर में हर समय दहशत का माहौल बना रहता है। अस्पताल में आने-जाने वाले लोग पहले इतनी सुरक्षा को देख डर जाते हैं, लेकिन बाद में उन्हें पता चलता है कि सुरक्षा खालसा के लिए लगाई गई है। वहीं, पुलिस के लिए भी खालसा मामले में सुरक्षा को लेकर एक चुनौती बनी हुई है।
देश में भी नहीं विदेशों में भी गर्माई राजनीति
बापू सूरत सिंह खालसा के अनशन पर चलने को लेकर देश के साथ-साथ विदेशों में भी राजीति गर्मा गई है। विदनों में भी खालसा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। यही नहीं, कुछ विदेशी लोग खालसा को मिलने के लिए डीएमसी अस्पताल भी पहुंचे, लेकिन प्रशासन की सख्ती से चलते उन्हें वापस जाना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर भी छा रहा है खालसा का मोर्चा
खालसा के अनशन पर चलने को लेकर लगातार सोशल मीडिया पर भी चर्चा बनी हुई है। फेसबुक और वॉट्सअप पर लगातार खालसा के मोर्चे को लेकर खबरें डाली जाती हैं, जिस पर लोग अपनी-अपनी राय देते हैं। इस दौरान खालसा की सेहत को लेकर भी कुछ लोग सोशल मीडिया पर दुआ करते हैं।
डीसी से मिलेगी संघर्ष कमेटी
सजा काट चुके कैदियों को रिहा करवाने के लिए अनशन पर चल रहे बापू सूरत सिंह खालसा का डीएमसी अस्पताल में जबरन इलाज करवाने को लेकर सोमवार को संघर्ष कमेटी के मैंबर डीसी रजत अग्रवाल मिलेंगे। इस दौरान डीसी को एक मांगपत्र के साथ-साथ एक नोटिस भी दिया जाएगा। खालसा के वकील गुरजिंदर सिंह साहनी ने बताया कि खालसा को जबरन अस्पताल में रख किसी भी व्यक्ति को मिलने नहीं दिया जा रहा और उनका जबरन इलाज किया जा रहा है। इसको लेकर संघर्ष कमेटी डीसी से मिलेगी।
बेटे और बेटी को मिलने की इजाजत
डीएमसी अस्पताल में बापू सूरत सिंह खालसा को सिर्फ उनकी बेटी सरविंदर कौर और बेटा रविंदर सिंह गोगी ही मिल सकते हैं और वही उनके पास रह सकते हैं। गोगी ने कहा कि प्रशासन ने किसी अन्य व्यक्ति को खालसा से मिलने की इजाजत नहीं दी है।