सड़कों पर जुगाड़ू ऑटो का फिर से कब्जा
- दो साल पहले चली मुहिम के बाद शहर से साफ हो गए थे जुगाड़ू ऑटो राजन कैंथ, लुधियाना : शहर की सड़कों
- दो साल पहले चली मुहिम के बाद शहर से साफ हो गए थे जुगाड़ू ऑटो
राजन कैंथ, लुधियाना : शहर की सड़कों से गायब हो चुके जुगाड़ू ऑटो अब फिर से कुकरमुत्तों की तरह निकल आए हैं। सड़कों पर धुआं छोड़ते जुगाड़ू ऑटो जगह-जगह देखा जा सकता है। पहले चोरी छिपे चलने वाले ऑटो चालक अब ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से दिन में भी सरेआम सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं।
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वर्ष 2012 में पांच हजार ऑटो के काटे गए थे चालान
अगस्त 2012 में तत्कालीन एसीपी ट्रैफिक स्वप्न शर्मा और एसएचओ ट्रैफिक इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा के नेतृत्व में जुगाड़ू ऑटो रिक्शा के खिलाफ मुहिम शुरू की गई थी। इस दौरान जगह-जगह की गई नाकाबंदी के दौरान पांच हजार के करीब गाड़ियों के चालान काटे गए, जबकि लगभग एक हजार ऑटो रिक्शा को बाउंड किया गया। जुगाड़ू ऑटो रिक्शा चलाने वाले या तो शहर के बाहर चले गए या फिर रात के अंधेरे में शहर के बाहरी इलाकों में चलने लगे। लेकिन पुलिस के सुस्त होते ही अब फिर से जुगाड़ू ऑटो का सड़कों पर साम्राज्य स्थापित हो गया।
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जुगाड़ू ऑटो से होते रहे हैं आपराधिक वारदात
पुलिस की ओर से पकड़े गए ऑटो गैंग के सदस्यों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि वारदातों को अंजाम देने के लिए वो किराए के जुगाड़ू ऑटो का इस्तेमाल किया करते थे। कई बदमाश तो चोरी के जुगाड़ू ऑटो भी वारदातों में इस्तेमाल किया करते थे। ऐसे गैंग बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के बाहर ऐसी सवारियों को शिकार बनाने के लिए खड़े रहते थे। अब तक शहर में इस प्रकार की सैकड़ो घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें दूसरे शहरों से आए लोग ऑटो गैंग के हाथ लूट का शिकार हो चुके हैं।
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फोटो - 136
ट्रैफिक पुलिस रोज विभिन्न स्थानों पर नाके लगा कर ऑटो रिक्शा के चालान काट रही है। जुगाड़ू आटो के खिलाफ भी शहर में फिर से अभियान चलाने की जरूरत है। इसे बहुत जल्द शुरू किया जाएगा। शहर में बिना दस्तावेज चलने वाले किसी वाहन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिचा अग्निहोत्री, एसीपी ट्रैफिक