साइकिल को वैट मुक्त करने का मामला उलझा
जागरण संवाददाता, लुधियाना : लोहे पर वैट की दर 2.75 से बढ़ाकर 3.85 फीसद किए जाने से साइकिल उद्योग को
जागरण संवाददाता, लुधियाना : लोहे पर वैट की दर 2.75 से बढ़ाकर 3.85 फीसद किए जाने से साइकिल उद्योग को वैट मुक्त करवाने का मामला उलझ गया है। उधर, उद्यमी साइकिल को वैट शून्य करवाने की मांग पर अड़े हैं। लेकिन दूसरे संगठन अब बैकफुट पर आ गए हैं। वैट की दर में 1.10 फीसद के इजाफे ने शून्य वैट के तमाम समीकरण बदल दिए हैं। यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चरणजीत सिंह विश्वकर्मा ने कच्चे माल की कीमतों में हुई वैट बढ़ोतरी पर नाराजगी व्यक्त की है। वह आज भी जीरो वैट की मांग पर कायम हैं। फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कामर्शियल अंडरटेकिंग्स फीको के महासचिव राजीव जैन ने बताया कि वैट शून्य होने से साइकिल उत्पादन इंडस्ट्री को भारी नुकसान पहुंचेगा। साइकिल पर वैट की दर शून्य होने से उत्पादकों को कच्चे माल की खरीद पर भरा गया इनपुट टैक्स क्रेडिट नहीं मिलेगा। साइकिल के वैट मुक्त होने पर लोहा, रबड़, प्लास्टिक, पैंट, निकल आदि कच्चे माल की खरीद पर भरा गया वैट ग्राहक को बिलिंग करने पर क्लेम नहीं किया जा सकता। इसका नुकसान उत्पादकों को होना है।