मुश्किल परीक्षा, मायूस परीक्षार्थी
जागरण संवाददाता, लुधियाना : रविवार को शहर के पांच स्कूलों में परीक्षार्थी पूरे उत्साह के साथ सीटीइटी देने पहुंचे। मगर मुश्किल पेपर देख उनके चेहरों पर मायूसी छा गई। वहीं कई परीक्षार्थियों की राह में समय बाधा बन गया। लेट होने के कारण उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की ओर से आयोजित सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट दो शिफ्टों में हुआ। मॉर्निग शिफ्ट में छठी से आठवीं तक के अध्यापकों की सिलेक्शन के लिए परीक्षा हुई। वहीं इवनिंग शिफ्ट में कक्षा पहली से पांचवीं तक के अध्यापकों के लिए परीक्षा हुई। 150 अंकों के इस पेपर में मल्टीपल च्वाइस क्वेशचन ही पूछे गए। एक से डेढ़ माह के बीच परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
शास्त्री नगर स्थित बीसीएम आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने सेंटर में परीक्षार्थी अमन ने बताया कि उन्होंने सेकेंड पेपर के लिए ही आवेदन किया था। उन्हें पेपर काफी मुश्किल लगा। इसी स्कूल में पहुंची दीपिका ने कहा कि गणित सेक्शन मुश्किल रहा। बाकी सेक्शन के प्रश्न भी ठीक-ठाक ही रहे।
5 जगह बने सेंटर
-शास्त्री नगर स्थित बीसीएम आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल
- मॉडल टाउन स्थित गुरु नानक इंटरनेशनल स्कूल
- बीआरएस नगर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल
- दुगरी स्थित बीसीएम स्कूल
- बसंत सिटी स्थित बीसीएम स्कूल
एक सेंटर में 480 परीक्षार्थी
सीटीईटी के लिए एक सेंटर में एक शिफ्ट में 480 परीक्षार्थियों के बैठने का प्रबंध किया गया था। दुगरी स्थित बीसीएम स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. वंदना शाही का कहना है कि उनके स्कूल में दोनों शिफ्ट के लिए सेंटर बने थे। परीक्षार्थियों की उपस्थिति 80 फीसद रही। वहीं गुरु नानक इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल गुरमंत कौर गिल बताती हैं कि उनके स्कूल में केवल सुबह की शिफ्ट का ही सेंटर बना था। पहली शिफ्ट में 18 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
सेंटर पर पहुंचे लेट, नहीं देने दिया टेस्ट
शास्त्री नगर स्थित बीसीएम आर्य मॉडल स्कूल में बने सेंटर में कुछ परीक्षार्थी 9.30 बजे पहुंचे, जबकि परीक्षा का सूय 9 बजे से था। इसके चलते उन्हें सुबह की शिफ्ट का टेस्ट नहीं देने दिया गया। परीक्षार्थियों ने इसका रोष भी जताया। परीक्षार्थी आशू और मनिंदर ने बताया कि दोनों ने ही दोनों सिर्फ दोपहर की शिफ्ट का ही टेस्ट दे पाई। वहीं स्कूल प्रिंसिपल डॉ. परमजीत कौर का कहना है कि सीबीएसई के नियम मुताबिक परीक्षार्थियों का 8.45 बजे तक सेंटर में पहुंचना जरूरी था।