मेडिसिन किंग राकेश दत्ता ने गोली मार की खुदकुशी
जागरण संवाददाता, लुधियाना : कभी शहर में मेडिसिन किंग के नाम से विख्यात रहे राकेश दत्ता (60) ने वीरवार सुबह अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोलियां मार आत्महत्या कर ली। उनका रक्तरंजित शव बाथरूम में पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि राकेश दत्ता पर लेनदार लगातार दवाब बना रहे थे जिसके चलते डिप्रेशन में आकर उन्होंने यह कदम उठाया। सूचना मिलते ही एसीपी वेस्ट आरएस संधू तथा एसएचओ डिवीजन नंबर-5 धर्मपाल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
इंस्पेक्टर धर्मपाल ने बताया कि मृतक की पत्नी विनिता दत्ता ने पिंडी गली, बद्दी(हिमाचल प्रदेश) तथा अहमदगढ़ के 11 नामी लोगों के नाम बताए हैं जो राकेश दत्ता को धमका रहे थे।
सैर से लौटकर दी जान
राकेश दत्ता रोजमर्रा की तरह वीरवार सुबह सैर पर चले गए। करीब साढ़े सात बजे वापस लौटने पर वो सीधे अपने बेडरूम से अटैच्डच् बाथरूम में घुस गए। उनकी पत्नी विनीता दत्ता मंदिर में पाठ कर रही थीं। पाठ खत्म करने के बाद वो रोज राकेश को नींबू पानी देने जाती थीं। वीरवार सुबह जब वो नींबू पानी देने गई तो बेडरूम अंदर से लॉकथा। काफी खटखटाने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो विनीता ने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला। राकेश बेडरूम में नहीं थे। वो बाथरूम में पहुंची तो बाथटब के पास राकेश का रक्तरंजित शव पड़ा था। पास ही उनका साइलेंसर युक्त रिवाल्वर पड़ा था। उन्होंने अपने पेट से सटाकर दो फायर किए थे।
वर्षो तक रहे डीएमसी के ड्रग कांट्रेक्टर
राकेश दत्ता वर्षों डीएमसी में ड्रग कांट्रेक्टर रहे। अस्पताल के सभी स्टोर उनके पास थे। दो साल पहले अस्पताल ने उनका ठेका रद कर दिया। इसके बाद उन्होंने हिमच्चल के बद्दी में दवाएं बनाने की फैक्ट्री लगा ली। मगर, वहां भी हड़ताल हो जाने से उनकी देनदारी लगातार बढ़ने लगी। इसे लेकर वो परेशान रहने लगे थे। पुलिस के मुताबिक एक तरफ पिंडी गली के कारोबारी भुगतान के लिए दवाब बना रहे थे, दूसरी ओर बद्दी के यूनियन लीडर उन्हें फैक्ट्री पर ताले लगा देने की धमकियां दे रहे थे। राकेश पर बैंक लोन भी था, जिसे लेकर बैंक अधिकारी भी उनसे तकाजे कर रहे थे।
बुधवार को कनाडा से आई मां से मिले
बताया जा रहा है कि राकेश की माता कनाडा में रहती हैं। वो बुधवार को ही वहां से लुधियाना पहुंची थीं। उनके आने पर खुश नजर आए राकेश ने ज्यादातर समय अपनी माता से बात्च्चीत में गुजारा।
कभी बोलती थी शहर में तूती
एक समय था जब राकेश दत्ता के नाम की शहर में तूती बोला करती थी। मेडिकल लाइन से जुड़े लोगों का कहना है कि डीएमसी में चल रहे ड्रग स्टोर्स के लिए स्टॉक आर्डर देने वो खुद कभी नहीं जाते थे। सब काम उनका मैनेजर देखा करता था। बताया जाता है कि पिंडी गली में ऑर्डर देने के लिए मैनेजर की आवभगत किसी राजा की तरह की जाती थी। पूरा बाजार उसकी तीमारदारी में जुट जाता था। मगर समय बदलते देर नहीं लगती और आज वही पिंडी गली के कारोबारी राकेश दत्ता की जान के दुश्मन बने हुए थे।
कोट्स
मृतक की पत्नी विनिता दत्ता ने जिन 11 लोगों के खिलाफ बयान दिया है, उनके खिलाफ जांच की जाएगी। आरोप सही पाने जाने पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
-इं. धर्मपाल, एसएचओ, थाना डिवीजन नंबर-5।