गुरु की फटकार शिष्य के लिए उपहार : प्रभास मुनि
जासं, लुधियाना
सिविल लाइंस एसएस जैन स्थानक में मंगलवार की धर्म सभा में उपाध्याय प्रवर श्री जितेंद्र मुनि म. के सुशिष्य प्रभास मुनि जी महाराज 'चंदन' ने कहा कि गुरुजनों के वचनों को ध्यानपूर्वक श्रवण न करने वाला कठोर शब्दों का प्रयोग करने वाला व दुराचारी कोमल स्वभाव वाले गुरु को भी क्रोध बना देता है। इसके विपरीत गुरु जी के चित के अनुकूल कार्य करने वाला व दक्षतापूर्वक कार्य करने वाला कठोर स्वभाव वाले गुरु को भी कोमल व मृदु बना देता है।
उन्होंने कहा कि गुरु के वचनों की फटकार भी शिष्य के लिए उपहार है। गुरु के हर वचन पर शिष्य कर दे जीव को बलिहार है। भव भ्रमण से होना यदि पार है, करना यदि जीवन का उद्धार है।
इस अवसर पर उपप्रधान अरिदमन जैन, प्रमोद जैन, जिनेंद्र जैन (कंगारू इंडस्ट्री), महिंदर पाल जैन मिनी किंग संजीव जैन (आत्म), जितेंद्र जैन, रविंद्र जैन भ्राता, रोशन लाल जैन, फूलचंद जैन शाही लिबास वाले, राजेश जैन, योगेश जैन, संजीव जैन पाटणी, राजीव जैन, राजेन्द्र जैन, आदर जैन व कीमती लाल जैन आदि सदस्य भी उपस्थित थे।