हर तीसरा भारतीय मसूड़ों की समस्या से परेशान
जासं, लुधियाना
कॉलगेट पामोलिव (इंडिया) लिमिटेड व जीएफके मोड द्वारा हाल ही में देश के आठ शहरों में 2044 लोगों पर कराए गए ओरल केयर (मुंह की देखभाल) सर्वेक्षण में सामने आया है कि हर माह तीन में से एक भारतीय मसूड़ों की समस्या से जूझता है। अगर मसूड़ों से खून निकलना, दर्द होना या छूने पर दर्द होने जैसी समस्याओं पर शुरुआत में ही ध्यान नहीं दिया गया तो यह बढ़कर मसूड़ों की ज्यादा गंभीर मसलन पायरिया, जिंजिवाइटिस व पीरियडोनाइटिस में तब्दील हो सकती है।
मसूड़ों से जुड़ी जो समस्या लोगों को सबसे ज्यादा परेशान करती है, वह है मसूड़ों से खून निकलना और उनके दर्द होना। 80 फीसद से भी ज्यादा लोगों को कम से कम एक बार तो इस समस्या से दो-चार होना ही पड़ा है। हालाकि सर्वेक्षण में सामने आया है कि ज्यादातर लोग इन लक्षणों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। मसूड़ों से खून निकलने की समस्या को लेकर महज 43 फीसद लोग ही दंत चिकित्सक की सलाह लेते हैं, जबकि 35 फीसद से ज्यादा लोग गुनगुना पानी पीने, लौंग व नमक लगाने जैसे घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं।
इस संबंधी डेंटल केयर एंड क्योर सेंटर दंत चिकित्सक डा. विवेक सागर ने कहा कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए ओरल केयर बेहद अहम है। शोध में सामने आया है कि मसूड़ों की समस्या सबसे आम होती है और मुंह की देखभाल में सबसे ज्यादा नजरंदाज भी इसी समस्या को किया जाता है। जब रोगी हमारे पास मसूड़ों की समस्या लेकर आते हैं तो जरूरी इलाज करने के अलावा हम उन्हें ब्रश करने के सही तरीके व ट्राइक्लोसन व कोपॉलीमर वाला टूथपेस्ट इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। क्योंकि क्लिनिकली यह साबित हुआ है कि इससे प्लाक हटाने में मदद मिलती है।'
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