कपूरथला -4,5,6,वोटर बोले
वोटर हर चुनाव में खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। लेकिन हर वोटर की एक ही आवाज ह
वोटर हर चुनाव में खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। लेकिन हर वोटर की एक ही आवाज है कि हर बार सभी पार्टियां चुनाव में किए वादों पर पूरी तरह सही नहीं उतरती। वोटर ने कहाकि कब आएंगे अच्छे दिन। पिछले 70 वर्षो से देश की गरीबी हटा देंगे की बातें सुनने को मिल रही है, लेकिन गरीबी दूर नहीं हो पाई। गरीबी हटाने का दावा करने वाले कुछ नेताओं के बड़े-बड़े बंगले व कारोबार जरूर खड़े हो गए है। जबकि दूसरे लोगों के चल रहे कारोबार की गति थम सी गई है। लोग कर्ज में डूबने से आत्महत्याएं कर रहे है, क्या यहीं है लोकतंत्र की परिभाषा।
देश में बेरोजगारी की समस्या सबसे बड़ी हैं। चुनावी दंगल में नेताओं ने चुनाव जीतने के लिए दावों की बारिश शुरू कर दी है लेकिन बेरोजगारी का समाधान न होने से लोगों की यही राय है कि अब हर हालात में रोजगार के साधन पैदा करने के लिए औद्योगिक विकास किया जाए। व्यापारी वर्ग यह चाहता है कि सर्व प्रथम पंजाब में उद्योग को विकसित करने की सोच रखने वाले प्रत्याशियों को ही वोट का सहयोग दिया जाना चाहिए।
न¨रदर ¨सह कैप्सन, कपूरथला।
क्षेत्र में उद्योग स्थापित करना जरूरी है। यहां हर सुविधाएं मौजूद हैं जो किसी सफल इंडस्ट्री के लिए जरूरी होती हैं। इसलिए वोट ऐसे प्रत्याशी को दिया जाना चाहिए जो हमारे इलाके को इंडस्ट्री हब के रूप में विकसित करने की इच्छा रखता हो। जरूरी है कि बिना देर किए औद्योगिक विकास की गति को तेज किया जाए, तभी बेरोजगारी को समाप्त करके व्यापारी वर्ग को लाभांवित किया जा सकता है।
रमेश बजाज, कपूरथला।
चुनाव में एक बार फिर नेताओं ने जनता पर वादों के डोरे डालने शुरू कर दिए हैं। वोट ऐसा कीमती हथियार है जो विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के अलावा बेरोजगारी, भ्रष्टाचार की समाप्ति में अहम रोल अदा कर सकता है। मौजूदा हालातों में रोजगार के साधन पैदा करना जरूरी है। इसके लिए औद्योगिक विकास ही एक कारगर उपाय साबित हो सकता है। मेरी राय है कि इंडस्ट्री को बढ़ावा देने वाले प्रत्याशी को ही वोट दिया जाना चाहिए।
मनोज भसीन, कपूरथला।