महिलाओं के प्रति सोच में बदलाव लाने की जरूरत : उप्पल
जागरण संवाददाता, कपूरथला समाज को बेटियों के प्रति अपनी सोच बदलने की जरूरत है, क्योंकि कभी घर की च
जागरण संवाददाता, कपूरथला
समाज को बेटियों के प्रति अपनी सोच बदलने की जरूरत है, क्योंकि कभी घर की चारदीवारी तक सीमित रहने वाली नारी ने आज अपनी काबिलयत के बल पर पूरे विश्व में एक स्थान हासिल किया है। यह शब्द कार्यकारी डिप्टी कमिश्नर दीप्ति उप्पल ने शुक्रवार को शालीमार बाग में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत करवाई गई मैराथन दौड़ को हरी झंडी देकर रवाना करते समय कहे।
इस दौरान दिव्य ज्योति जागृति संस्थान और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग के साथ करवाई गई इस दौड़ में 400 से अधिक स्कूली विद्यार्थियों ने हिस्सा लेकर बेटी बचाने और बेटी पढ़ाने के लिए जागरूक किया। यह मैराथन दौड़ शालीमार बाग से शुरू हो कर बस स्टेंड से होते हुए रेस्ट हाऊस कपूरथला पहुंच कर संपन्न हुई। दीप्ति उप्पल ने कहा कि आज बेटियों को अधिक से अधिक शिक्षित करने की जरूरत है, क्योंकि महिला के शिक्षित होने से पूरा परिवार शिक्षित होता है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत कपूरथला जिले का सूबे में पहले नंबर पर आना बेहद सम्मान की बात है। एसडीएम कपूरथला मेजर डा. सुमित मुद्ध ने कहाकि आज का युग महिला का युग है। इस युग में महिलाओं ने अपने घरों की चारदीवारी से बाहर निकल कर ऊंचाई तक उड़ान लगाई है। इसी तरह सहायक कमिश्नर डा. मनदीप कौर ने कहा कि महिलाओं को समस्याओं के साथ निपटने का ढंग आना जरूरी है। इसलिए उनको अपने हकों, शिक्षा और मानवीय अधिकारों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। जिला प्रोग्राम अफसर सुखदीप कौर मुलतानी ने कहा कि हमें समाज में फैल रही भ्रूण हत्या और दहेज की बुराई के खिलाफ जागरूक होने की जरूरत है। इसी तरह अन्य शख्सियतों ने भी बेटियों को अधिक से अधिक पढ़ाने और उनको पूरा मान-सम्मान देने की अपील की । इस अवसर पर डॉ. मिसबाह खान, दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से उर्मिला भारती, नारी शक्ति से गुरमिदर कौर, बार एसोसिएशन से नीलम महाजन, स्टेट अवार्डी रौशन खेड़ा, जिला बाल सुरक्षा अफसर हरप्रीत कौर, सीडीपीओ फगवाड़ा सुशील लता, सीडीपीओ ढिलवां और नडाला नताशा सागर, प्रोग्राम कोआर्डीनेटर गगनदीप और अन्य सदस्य उपस्थित थे। समारोह की सफलता के लिए एसपी बलबीर ¨सह भट्टी और युवा परिवार सेवा समिति के सदस्यों ने विशेष योगदान दिया।