आतंकी रतनदीप के पासपोर्ट मामले में उलझी पुलिस
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला
बब्बर खालसा इंटरनेश्नल के आतंकी रतनदीप सिंह द्वारा भुलत्थ के पते पर हरजिंदर सिंह के नाम से पासपोर्ट बनाए जाने के मामले में भुलत्थ पुलिस उलझ गई है। फिलहाल मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने हाथ-पांव मारने शुरू कर दिए हैं।
शुक्रवार को जैसे ही रतनदीप के बारे में भुलत्थ पुलिस को सूचना मिली, पुलिस पुरानी फाइलों को खंगालने में लग गई। मूल रूप से हरियाणा के जींद निवासी रतनदीप ने 1991-92 में भुलत्थ के पते पर पासपोर्ट बनाया था। इस मकसद से रतनदीप भुलत्थ क्षेत्र में कितना समय और कहां-कहा रहा। किन-किन लोगों के संपर्क में रहा। उसका पासपोर्ट बनवाने के लिए किन-किन लोगों ने गवाही डाली और किसने उसकी पहचान को तस्दीक किया। सारा दिन की माथापच्ची के बाद पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा है। हैरानी की बात है कि उस समय में हरजिंदर सिंह के नाम से कई पासपोर्ट बने हैं, जिनमें एक हरजिंदर सिंह तो भुलत्थ पुलिस को भी वांछित था। 7-8 साल पहले मालूम चला था कि वह पाकिस्तान चला गया है।
इस संबंध में एसएचओ भुलत्थ परमिंदर सिंह बाजवा ने बताया कि काफी पुराना रिकार्ड होने और फर्जी पते पर पासपोर्ट बना होने की वजह से जांच में कुछ समय लगेगा। इस बारे में पासपोर्ट कार्यालय जालंधर से भी मदद ली जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किया गया रतनदीप सिंह कुछ समय से पाकिस्तान में बीमारी से जूझ रहे खूंखार आतंकी वधावा सिंह के संपर्क में था। वधावा सिंह कपूरथला जिले के गांव संधू चट्ठा का मूल निवासी है और वह कई दशक पहले अपना गांव छोड़कर पाकिस्तान चला गया था। वधावा सिंह का बाकी सारा परिवार जर्मनी में बताया जाता है, जबकि उसकी लगभग 85 वर्षीय वृद्ध बहन ही गांव में रहती है।