दिखेगा अद्भूत नजारा: संगत के स्वागत में लोगों ने बिछाईं पलकें, दिल और घर के खोले दरवाजे
श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव समारोह में आनेवाली देश व विदेश की संगत के लिए कपूरथला और सुल्तानपुर लोधी में लोगों ने दिल व अपने घर के दरवाजे खोल दिए हैं।
कपूरथला, [हरनेक सिंह जैनपुरी]। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर देश-विदेश से आने वाली संगत के लिए पंजाब के सुल्तानपुर लोधी और कपूरथला के लोगों ने पलकें बिछा रखी हैं। लोगों ने अपने दिल और घर दोनों के दरवाजे खोल दिए हैं। अनुमान है कि 1 से 14 नवंबर तक 25 लाख श्रद्धालु सुल्तानपुर लोधी आएंगे। सरकार ने करीब 70 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था की है। शिरोमणि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने भी 50 हजार संगताें के लिए बंदोबस्त किए हैं।
गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाशोत्सव पर 25 लाख श्रद्धालुओं के सुल्तानपुर लोधी व कपूरथला आने का अनुमान
श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को लेकर रोजाना हजारों लोग सुल्तानपुर लोधी में नतमस्तक होने पहुंच रहे हैं। 1 नवंबर से धार्मिक समागम आरंभ होंगे। इस दौरान रोजाना इनकी संख्या लाखों में पहुंचने की उम्मीद है। इसके चलते पंजाब सरकार व एसजीपीसी बेशक व्यापक स्तर पर प्रबंध कर रहे हैं, लेकिन संगत के भारी सैलाब के आगे यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो सकती है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और एसजीपीसी की तालमेल कमेटी की प्रधान बीबी जागीर कौर ने लोगों से संगत को अपने घरों में ठहराने का आह्वान किया है। लोग भी संगत की सेवा के लिए उत्साहित हैं।
होटल भी तैयार
बेबे नानकी मार्ग पर आरसीएफ के पास स्थित होटलों में कमरे गुरु की संगत के लिए आरक्षित कर दिए हैं। होटल प्रीत प्लाजा के मालिक पीएस सिद्धू का कहना है कि जिंदगी में दोबारा ऐसा वक्त नहीं आएगा, इसलिए होटल के दो सूइट व आठ कमरे तथा पैलेस में करीब 600 से 700 संगत के ठहरने का प्रबंध किया है। बिस्तर लगाए जा रहे हैं। संगत को पैलेस से गुरुद्वारा साहिब तक पहुंचाने और लाने के लिए वाहन सेवा उपलब्ध रहेगी। हेरिटेज पैलेस भी संगत के स्वागत के लिए तैयार है।
जट्टा दी सराय गांव में भी संगत की होगी सेवा
जट्टा दी सराय गांव के पूर्व सरपंच चरनजीत सिंह ढिल्लों व उनके चाचा अमरजीत सिंह ढिल्लों ने भी अपनी कोठियों की पहली मंजिल पर संगत को ठहराने का प्रबंध किया है। चरनजीत का कहना है कि पंचायत घर, गुरुद्वारा साहिब व दो स्कूलों में भी व्यवस्था की जाएगी। गांव आहली कला निवासी गुरजंट सिंह संधू व करनदीप आहली ने भी अपने घरों में 100-100 संगत के ठहरने व उन्हें लाने-ले जाने का प्रबंध किया है। संधू का कहना है कि उन्हें संगत की सेवा का सुनहरा अवसर मिला है और इसे वह पूरी शिद्दत से निभाएंगे।
कई लोगों ने अपने मोबाइल नंबर के बोर्ड भी लगाए
गांव जैनपुर निवासी जीत सिंह बाबा, मोहब्बलीपुर निवासी प्रिथपाल कौर आदि के अलावा डडविंडी, मोठावाल, हैबतपुर, माछी जोया, हरनामपुर, गाजीपुर, गिल्ला आदि में भी संगत के ठहरने की व्यवस्था की गई है। कई लोगों ने बाकायदा अपने मोबाइल नंबर के बोर्ड भी लगवा दिए हैं, ताकि संगत को संपर्क करने में कोई परेशानी न हो। सुल्तानपुर लोधी व आसपास के गांवों के अलावा आरसीएफ के कम्युनिटी हाल, क्लबों के कमरे, स्टेडियम, स्कूलों व कॉलेजों में भी करीब 10 हजार संगत के रहने का प्रबंध किया जा रहा है।
संगत के लिए बड़े स्तर पर किए प्रबंध : बीबी जागीर कौर
एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने कहा कि बहुत बड़े स्तर पर प्रबंध किए गए हैं। गांवों व शहरों में लोगों ने संगत के लिए घरों के दरवाजे खोल दिए हैं।
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संगत की सेवा के लिए लोगों में भारी उत्साह : चन्नी
सरकार की तालमेल कमेटी के सदस्य कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि तीन टेंट सिटी के अलावा ग्राम पंचायतों, स्कूलों, कॉलेजों, धर्मशालाओं आदि में भी लाखों संगत को ठहराने के प्रबंध किए जा रहे हैं। लोगों में संगत की सेवा करने के लिए भारी उत्साह है।
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नौ बड़ी पार्किग व 37 लंगर लगेंगे
सुल्तानपुर लोधी आने वाली संगत के लिए शहर से कुछ किलोमीटर दूर नौ बड़ी पाकिर्ंग बनाई गई हैं। यहां से 300 मिनी बसों व 800 ई-रिक्शा से संगत को गुरुद्वारा साहिब पहुंचाया जाएगा। सुल्तानपुर लोधी से करीब सात किलोमीटर दूर डडविंडी, लोहियां, डल्ला, शालापुर, गाजीपुर में बड़े वाहनों की पाकिर्ंग होगी। तीन टेंट सिटी में छोटी पार्किंग रहेंगी। पाकिर्ंग स्थलों के अलावा सुल्तानपुर लोधी व इसके आसपास 37 बड़े लंगर लगेंगे, जहां 24 घंटे सेवाएं मिलेंगी।
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