आर्थिक तंगी से रिसर्च से वंचित रह जाते हैं विद्यार्थी : प्रो. पैरिस
जागरण संवाददाता, जालंधर साइंस : विज्ञान और तकनीक में एडवांसमेंट लाने के लिए दुनिया भर में काम
जागरण संवाददाता, जालंधर साइंस : विज्ञान और तकनीक में एडवांसमेंट लाने के लिए दुनिया भर में काम किया जा रहा है। रिसर्च केंद्रों में वैज्ञानिक समाज की भलाई के लिए नई-नई रिसर्च में लगे हुए हैं।
यह बाद प्रो. दिनीति सी पैरिस (यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो, श्रीलंका) ने एचएमवी में शुरू दो दिवसीय रिसेंट एडवांसेस फॉर क्वालिटी इन्हासमेंट इन साइंस एवं टेक्नोलॉजी अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेस में मुख्य वक्ता के रूप में कही। प्रो. पैरिस ने कहा कि ग्लोबल लेवल पर कोलैबरेशन के लिए विद्यार्थियों को शिक्षित किया जा रहा है। विद्यार्थी रिसर्च में आना चाहते हैं लेकिन पैसा न होने से रिसर्च से वंचित हो जाते हैं। इस दौरान कैंसर एवं अन्य रोगों के विभिन्न उपचार संबंधी जानकारी भी दी गई। चंडीगढ़ से प्रो. गरीश सी वैश्वे ने थिरैपिक एप्लीकेशन ऑफ कम्युनिकेशन अप्रोच एवं इंफेक्शन से होने वाले रोगों की जानकारी दी। यूएसए से मनजीत कंग ने वातावरण परिवर्तन विषय पर बोलते हुए बताया कि प्रदूषण से वातावरण में काफी बदलाव आ चुका है। ग्लोबल वॉर्मिग बढ़ रही है। प्रदूषण रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। टेक्निकल सेशन के दौरान 120 से अधिक पेपर प्रस्तुत किए गए।
इससे पहले कांफ्रेस का उद्घाटन डिविजनल कमिश्नर एचएस नंदा, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन रिसर्च, चंडीगढ़ से प्रो. एन सत्यामूर्ति, प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने किया। इस अवसर पर ज्योति कौल, राकेश उप्पल, डॉ. सीमा मरवाहा, डॉ. मीना शर्मा, डॉ. एकता खोसला, डॉ. नीलम शर्मा, दीपशिखा, डॉ. अंजना भाटिया, जतिंदर, हरप्रीत सिंह, आशीष चड्ढ़ा व अन्य सदस्य उपस्थित थे।