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बड़ा शातिर निकला यह पुलिस कांस्टेबल, दो लोगों से एेसे ठग लिए 20 लाख रुपये

आरोपित बिक्रमजीत सिंह वर्ष 2017 में स्पोर्ट्स कोटे से पंजाब पुलिस में बतौर पुलिस कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुअा था। वह वर्तमान में सेंट्रल स्पोर्ट्स में तैनात था।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 05:37 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 10:53 AM (IST)
बड़ा शातिर निकला यह पुलिस कांस्टेबल, दो लोगों से एेसे ठग लिए 20 लाख रुपये
बड़ा शातिर निकला यह पुलिस कांस्टेबल, दो लोगों से एेसे ठग लिए 20 लाख रुपये

जेएनएन, जालंधर। थाना तीन पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर दो लोगों से 20 लाख रुपये की ठगी करने के अारोप में पुलिस कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। अारोपित भोगपुर के गांव नंगल खुर्द का बिक्रमपाल सिंह (28) पुत्र स्व. धर्मपाल है। उसे बुधवार शाम को सिटी रेलवे स्टेशन के पास से स्विफट कार से पकड़ा गया। पुलिस ने उसके पास से 16 पासपोर्ट और 10 हजार रुपये कैश बरामद किये हैं।

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डीसीपी इंवेस्टीगेश्न गुरमीत सिंह ने बताया कि बिक्रमजीत सिंह वर्ष 2017 में स्पोर्ट्स कोटे से पंजाब पुलिस में बतौर पुलिस कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुअा था। वह वर्तमान में सेंट्रल स्पोर्ट्स में तैनात था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच करते हुए पुलिस ने दो लोगों से संपर्क किया, इन्होंने बिक्रमजीत को कनाडा का वीजा लगवाने के लिए पैसे, पासपोर्ट व अन्य जरूरी दस्तावेज दिए थे। पटियाला के बाजवा कालोनी निवासी मनिंदर सिंह पुत्र गुरदेव सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि करीब छह माह पहले उसकी मुलाकात बिक्रमजीत से हुई थी। उसने कहा था कि वह 15 लाख रुपये में उसका कनाडा का वीजा लगवा देगा। इस पर साढ़े चार लाख रुपये उसने एडवांस जमा करा दिए। इसके बाद से बिक्रम वीजा लगवाने के लिए टालमटोल करने लगा।

विदेश भेजने के नाम पर ठगने के आरोप में गिरफ्तार कांस्टेबल बिक्रमजीत के साथ पुलिसकर्मी।

गुरु नानकपुरा, चौगिट्टी निवासी प्रभजीत सिंह पुत्र लेट सेवा सिंह ने पुलिस को बताया कि वह अारोपित से अाठ महीने पहले मिला था। अारोपित ने उससे कहा था कि वह उसे 25 लाख रुपये में कनाडा वर्क वीजा पर भिजवा सकता है। प्रभजीत ने कहा कि बिक्रम के कांस्टेबल होने के कारण वह उस पर यकीन कर बैठा अौर एडवांस साढ़े 14 लाख रुपये उसने पासपोर्ट और अन्य जरूरती दस्तावेजों के साथ उसे सौंप दिए। इसके बाद से जब वह बिक्रमजीत से अपने वीजा के बारे पूछता तो उसे यही जवाब मिलता का फाइल प्रोसेस में है, जल्द वीजा लग कर अा जाएगा।

बढ़ सकती है ठगी की रकम

डीसीपी ने बताया कि अन्य 14 पासपोर्ट होल्डर्स से संपर्क किया जा रहा है। उन सभी से पूछताछ होने के बाद मामले में ठगी की रकम कई गुना बढ़ने की अाशंका है। उन्होने बताया कि अारोपित बिक्रमजीत के पिता की साल 2008 में मौत हो गई थी। उसका एक भाई दुबई में काम करता है अौर दूसरा गांव खेती।

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