धर्मगुरु को मानव बम बन कर उड़ाने की थी तैयारी, पहले ही फट गया
यहां हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन में आतंकी हमले और मानव बम से विस्फोट करने की तैयारी थी, लेकिन कुछ दिन पहले ही साजिश रचने वाले खुद इसके शिकार हो गए। मानव बम बनने की तैयारी कर रहा व्यक्ति इसके लाए गए बम के फट जाने से मारा गया।
संवाद सहयोगी, जालंधर। यहां हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन में आतंकी हमले और मानव बम से विस्फोट करने की तैयारी थी, लेकिन कुछ दिन पहले ही साजिश रचने वाले खुद इसके शिकार हो गए। मानव बम बनने की तैयारी कर रहा व्यक्ति इसके लाए गए बम के फट जाने से मारा गया और उसके दाे साथी पुलिस की गिरफ्त में है। बम जिस कार में उन्हाेंने रखज्ञ था वह उस में अचानक फट गए। यह मामला सामने आने से पुलिस में हडकंप मच गया।
यह घटना करतारपुर के पास गांव डुगरी-रसूलपुर के कच्चे रास्ते पर हुई थी। पिछले दिनाें हुए इस कार बम विस्फोट में अजय शर्मा उर्फ बिट्टू मारा गया था। पुलिस ने जब इस मामले में जांच को आगे बढ़ाया तो जो जानकारी मिली इससे उसके होश उड़ गए। पुलिस ने इस मामले में भुलत्थ निवासी हरदीप सिंह को गिरफ्तार किया तो सारी सच्चाई सामने आई।
हरदीप से पूछताछ में खुलासा हुआ कि जिस बम से कार में विस्फोट हुआ वह एक धार्मिक गुरु तथा कद्दावर नेता को मारने के लिए लाया गया था। धार्मिक गुरु श्रीदेवी तलाब मंदिर में 25 दिसंबर से शुरू होने वाले हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन में शामिल होने वाले थे। धार्मिक गुरु से वह इसलिए रंजिश रखता था क्योंकि उसका मानना है कि वह लोगों से नाइंसाफी करते हैं।
विस्फोट में घायल आपराधिक प्रवृति का जगमोहन कथित कदावर नेता से रंजिश रखता था। इनको मारने के लिए उसने अजय शर्मा को चुना था। जगमोहन ने अजय को आर्थिक तंगी से उबारने का लालच देकर मानव बम बनने के लिए तैयार किया था। बताया जाता है कि उसने किसी आतंकी संगठन के साथ मिलकर पूरी साजिश रची और उस संगठन से ही उसे बम व विस्फोंअक भी मिला।
पूछताछ में पता चला कि पहला बम टेस्टिंग, दूसरा वारदात और तीसरा बैकअप के लिए रखा गया था। टेस्टिंग की तैयारी के दौरान ही बत बम फट गया जिससे अजय मारा गया। दूसरी आेर, प्राथमिक जांच के बाद पुलिस का मानना है कि आरोपियों की तीन अलग-अलग जगहों पर धमाके करने की साजिश थी।
आइजी अर्पित शुक्ला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 5 दिसंबर को कार में हुए बम विस्फोट में अजय की मौत हुई थी। अजय की पत्नी पिंकी ने उकार में उसके साथ बैठे जगमोहन पर हत्या का आरोप लगाया था। जगमोहन इस ब्लास्ट में घायल हो गया था।
बुरी तरह घायल जगमोहन अब भी अस्पताल में भर्ती है। उसने घटना के बारे में उस समय जो बयान दिया वह पुलिस के गले नहीं उतरी। ऐसे में पुलिस ने रेंज लेवल के साथ चंडीगढ़ से फोरेंसिक टीम बुलाई। डीआइजी शिव कुमार वर्मा के नेतृत्व में एएसपी हरमोहन सिंह, एसपी आइ एचएस खख, इंस्पेक्टर इंदरजीत सिंह और एसआइ शिव कुमार के नेतृत्व में एसआइटी गठित हुई।
जांच के बाद एसआइटी ने जालंधर-करतारपुर रोड से कपूरथला के भुलत्थ कपूरथला निवासी हरदीप को गिरफ्तार किया। आइजी अर्पित शुक्ला ने बताया किजगमोहन और हरदीप पुराने दोस्त हैं। 27 नवंबर को जगमोहन ने करतारपुर में उसे एक थैला दिया, जिसमें तीन डिब्बों वाला टिफिन और कुछ सामान था। हरदीप सारा सामान अपने घर पर ले गया।
4 दिसंबर को हरदीप के पास जगमोहन और अजय आए। उन्होंने एक टिफिन तथा कुछ सामान लेेकर बाकी वहीं पर छोड़ दिया। अगले दिन अजय की मौत के बाद हरदीप ने बाकी के दो डिब्बे और थैले में पड़ा सामान भुलत्थ के साथ लगती बेईं में फेंक उत्तर प्रदेश में अपने रिश्तेदारों के पास चला गया। मामले में जगमोहन ने उसका नाम बयान में नहीं लिया तो वह वापस आ गया।
इसके बाद पुलिस ने उसे कुद दिन बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर गोताखोरों की मदद से एक टिफिन बाक्स बरामद कर लिया जिसमें कुछ सामग्री और रेत भरी हुई थी। सारा सामान फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में भेज दिया है। आइजी अर्पित शुक्ला ने बताया कि हरदीप को रिमांड पर लिया गया है। जगमोहन को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर उसे भी रिमांड पर लेकर असल गुत्थी सुलझाई जाएगी।
गरीबी दूर करने के लिए अजय बनने चला था आतंकी
प्रापर्टी डीलर जगमोहन को गरीबी से जूझ रहा अजय अपने काम के लिए सबसे मुफीद लगा। उसने उसे गरीबी मिटाने का लालच देकर और परिवार को अच्छी हालत में लाने का लालच देकर उसे मानव बम बनने के लिए तैयार कर लिया। अपने बच्चों को अच्छी जिंदगी देने के बदले अजय आतंकी बनने को भी तैयार हो गया।
कई की जान ले सकती थी रंजिश
पुलिस मान रही है कि जगमोहन ने तीन अलग-अलग जगह पर विस्फोट करना था लेकिन अंदरखाते किसी बड़े नेता को टारगेट करने की बात की भी जांच हो रही है। आपराधिक प्रवृति का जगमोहन कई संगीन मामलों में संलिप्त रहा है। जब वह एक मामले में पकड़ा गया था तो उसको लगा था कि किसी बड़े नेता, जिसका कभी उसको संरक्षण प्राप्त रहा है, ने फंसाया है। इसी के चलते वह उससे निजी रंजिश रखने लगा। अगर उसकी साजिश सफल हो जाती तो दर्जनों लोगों की जान जा सकती थी।