आराम परस्त जिंदगी घातक बीमारियों का घर : डॉ. बलराज
जागरण संवाददाता, जालंधर : भौतिकवाद के युग में आराम जिंदगी का बढ़ता दायरा लोगों के लिए खतरे की
जागरण संवाददाता, जालंधर : भौतिकवाद के युग में आराम जिंदगी का बढ़ता दायरा लोगों के लिए खतरे की घंटी बन रहा है। इससे ब्लड शूगर, ब्लड प्रेशर व मोटापा तेजी से लोगों को गिरफ्त में लेने लगा है। ये बातें रविवार को हार्ट केयर सोसायटी रतन अस्पताल, नीमा व आईमा की ओर से आयोजित होप मेडकॉन 2017 के दौरान डॉ. बलराज गुप्ता ने कही। स्थानीय होटल में आयोजित सेमिनार के दौरान उन्होंने बताया कि मोटापे पर काबू न पाया गया तो अगले दस साल में देश मधुमेह रोगियों की राजधानी बन जाएगी। रोजाना सैर, योग, व्यायाम व शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देना व खाने पर कंट्रोल से जीवनशैली में बदलाव कर घातक बीमारियों से बचाव संभव है।
सेमिनार का शुभारंभ सांसद चौधरी संतोख सिंह ने किया। उन्होंने डॉक्टरों को जनता से बेहतर संबंध कायम कर उन्हें बीमारियों से बचाव संबंधी जागरूक करने की बात कही। इस मौके पर सीसीआइएम के सदस्य वैद्य जगजीत सिंह ने कहा कि डॉक्टर आयुर्वेद का प्रसार और प्रचार कर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाएं। इससे पहले सत्यम अस्पताल से डॉ. रिभव पसरीचा ने दूरबीन व लेजर तकनीक से दिमाग की बीमारियों के इलाज के विषय पर आधुनिक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मिर्गी रोग व पारकिंसन की बीमारी में दवाइयां असर न करे तो सर्जरी से मरीज का इलाज संभव है। इस मौके पर डॉ. राजेश पसरीचा, डॉ. अनिल ज्योति, डॉ. अनिल नागरथ, डॉ. आशु चोपड़ा, डॉ. आइपी सिंह सेठी, डॉ. जोगिंदर अरोड़ा, डॉ. पीसी चौहान, डॉ. राजेश मनन, डॉ. दिनेश जग्गी, डॉ. परविंदर बजाज, डॉ. विपुल कक्कड़ के अलावा नीमा व आईमा के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।