फोकल प्वाइंट में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट मंजूर
कमल किशोर, जालंधर फोकल प्वाइंट में बनने वाले नए एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट को आखिरकार पर्यावरण अथॉर
कमल किशोर, जालंधर
फोकल प्वाइंट में बनने वाले नए एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट को आखिरकार पर्यावरण अथॉरटी से हरी झंडी मिल गई। प्लांट की रूपरेखा के दस्तावेज अथॉरटी के पास डेढ़ वर्ष से अटके पड़े थे। मई में प्लांट का काम शुरू होने की संभावना है। अप्रैल के पहले हफ्ते में अथॉरटी से लेटर मिल जाएगा।
बता दें कि इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए सरकार ने फोकल प्वाइंट में प्लांट निर्माण के लिए जालंधर एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट सोसायटी को 4600 गज जगह दी थी। इस जगह पर 150 एमएलडी प्लांट का निर्माण किया जाना है। जालंधर की 270 इंडस्ट्री है जो हर महीने 15 लाख लीटर प्रदूषित पानी ट्रीट करने के लिए लुधियाना भेज रहीं हैं। प्लांट पर 10 से 12 करोड़ रुपये खर्च आएगा। बता दें कि प्रदूषित पानी ट्रीट करने के लिए इंडस्ट्री पर 13.50 लाख प्रति महीना का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। इंडस्ट्री 90 पैसे प्रति लीटर की दर से पानी ट्रीटमेंट पर खर्च कर रही हैं।
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इंडस्ट्री ने रखे हुए हैं बड़े-बड़े ड्रम
प्रदूषित पानी एकत्रित करने के लिए इंडस्ट्री के भीतर बड़े-बड़े ड्रम रखे हुए हैं। प्रदूषित पानी ड्रमों में भरकर ट्रीटमेंट के लिए लुधियाना भेजा जाता है। कंपनी स्वयं इंडस्ट्री आकर ड्रम को उठाकर ले जाती है।
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इंडस्ट्री को होगा फायदा
एंवायरमेंट अथॉरटी से अनुमति मिल गई है। प्लांट निर्माण के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। मई में प्लांट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
-गुरशरण सिंह, प्रधान, जालंधर एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट सोसायटी।
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जालंधर में इंडस्ट्रीज-एक नजर
हैंड टूल्स इंडस्ट्री: 500
पाइप फिटिंग : 80
कॉक्स एवं वाल्व्स: 70
गार्डनर टूल्स: 35
रबर इंडस्ट्री: 125
लेदर इंडस्ट्री: 250
इंडक्शन फर्नेस: 300 यूनिट