Move to Jagran APP

केएमवी के प्रो. भाटिया ने यूएसए यूनिवर्सिटी में रखा रिसर्च पेपर

जालंधर : केएमवी के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रो. पलविंदर भाटिया ने यूएसए की वेस्टर्

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Mar 2017 08:17 PM (IST)Updated: Thu, 23 Mar 2017 08:17 PM (IST)
केएमवी के प्रो. भाटिया ने यूएसए यूनिवर्सिटी में रखा रिसर्च पेपर
केएमवी के प्रो. भाटिया ने यूएसए यूनिवर्सिटी में रखा रिसर्च पेपर

जालंधर : केएमवी के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रो. पलविंदर भाटिया ने यूएसए की वेस्टर्न मिशिगन यूनिवर्सिटी में अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया। 10 मार्च को यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने इफेक्टिव यूज ऑफ मीडिया इन हेल्थ कम्यूनिकेशन - स्पेसिफिक स्टडी ऑफ डेंगू पर पेपर पेश किया। भाटिया ने बताया कि रिसर्च पेपर में मैंने सेहत के क्षेत्र में मीडिया की भूमिका के बारे में बताया। दरअसल अखबारों और रेडियो में तो डेंगू के बचाव और लक्षण के बारे में बताया जाता है लेकिन टीवी पर इसका

prime article banner

पूरी तरह से व्याख्यान नहीं किया जाता। किसी भी चैनल पर फुलटाइम हेल्थ इश्यूज पर प्रोग्राम नहीं है। उन्होंने कहा कि टीवी पर डॉक्टर्स और पब्लिक को लेकर सेहत के ऊपर फुलटाइम प्रोग्राम चलाने चाहिए। उन्होंने अपने पेपर में डेंगू के ऊपर मीडिया के रोल के बारे में जानकारी दी। सेशन में विभिन्न देशों के टोटल 11 पार्टिसिपेंट थे और भारत से केवल उन्होंने पेपर पेश किया। सेशन की अध्यक्षता यूनिवर्सिटी के हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस के डॉ. मार्टी रेमंड ने की।

प्रो. भाटिया ने कहा मिशिगन यूनिवर्सिटी द्वारा आमंत्रित किए गए रिसर्च पेपरों में से उनके पेपर का चयन किया गया और उन्हें पेपर प्रेजेंट करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि कॉलेज में समय समय पर प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी की ओर से फैकल्टी डेवलपमेंट संबंधित कार्यक्रम करवाए जाते हैं, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने इस कांफ्रेंस में हिस्सा लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK