डेंगू से दो की मौत, 11 नए मरीज
जागरण संवाददाता, जालंधर मकसूदां के पास जिंदा रोड पर सोमवार को डेंगू से 11 साल की बच्ची राजवीर की
जागरण संवाददाता, जालंधर
मकसूदां के पास जिंदा रोड पर सोमवार को डेंगू से 11 साल की बच्ची राजवीर की मौत के बाद जिले में डेंगू से दो और मौतें होने की पुष्टि हुई है। इनमें एक 64 साल की महिला व एक पुरुष टाइगर मॉस्कीटो के शिकार बने। इसके अलावा मंगलवार को 11 नए मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है।
सेहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार न्यू कालोनी निवासी डॉ. गु¨रदर सिंह की पत्नी मो¨हदर कौर (64) पिछले कुछ दिन से बीमार थीं। हालत बिगड़ने पर उन्हें पीजीआइ चंडीगढ़ ले गए। वहां मैकलाइजा टेस्ट किया गया, जिसमें डेंगू होने की पुष्टि हुई। बाद में उनकी पीजीआइ में मौत हो गई। वहीं गांव काला बकरा के एक पुरुष की डेंगू से डीएमसी लुधियाना में मौत होने की सूचना है। 32 साल के सोहन सिंह को बुखार था और हालत बिगड़ने पर डीएमसी लुधियाना में भर्ती करवाया था। जहां 17 अगस्त को उनकी मौत हो गई। विभाग ने फिलहाल इसे डेंगू की संदिग्ध मौत की श्रेणी में रखा है।
राजवीर का भाई भी बीमार
जिंदा रोड इलाके डेंगू से मरी 11 साल की राजवीर कौर का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों का कहना है कि उसकी 20 अगस्त को तबीयत खराब होने के बाद उसे सिगमा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 21 को हालत बिगड़ने के बाद उसे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। 22 अगस्त को उसकी मृत्यु हो गई थी।
मृतक राजवीर कौर के परिजनों ने बताया की राजवीर के भाई को भी बुखार हो गया है। उसे भी डेंगू होने की आशंका है। उसे निजी अस्पताल में दाखिल करवा दिया है। डाक्टरों ने फिलहाल डेंगू होने की बात नहीं कही है।
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जिंदा रोड पर मंडरा रहा डेंगू
डेंगू ने पिछले साल शहीद बाबू लाभ सिंह नगर में कहर बरपाया था। इस साल टाइगर मॉस्कीटो ने मकसूदां के निकटवर्ती जिंदा पिंड रोड इलाके को निशाना बनाया है। एक बच्ची की मौत के बाद वहां से डेंगू के मरीजों की भरमार लगने का खतरा है। जिंदा रोड पर 42 जगहों पर डेंगू का लारवा मिला है।
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हालात नाजुक, निगम काटेगा चालान
सिविल सर्जन डॉ. राजीव भल्ला ने बताया कि 11 साल की राजवीर की मौत के बाद सेहत विभाग के एपीडिमोलॉजिस्ट डॉ. सु¨रदर कुमार व डॉ. प्रीत कमल सिंह की अगुवाई में चार टीमों ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया। टीमों को सर्वे के दौरान मृतक बच्ची के घर की छत सहित 42 जगहों पर डेंगू का लारवा मिला जिसे मौके पर नष्ट करवाया गया। हरविंदर सिंह, मनवीर सिंह, गुरविंदर सिंह व हरजीत कुमार की टीम ने प्रभावित इलाके में 56 घरों का दौरा किया। 12 कमरों में कीटनाशक दवा का छिड़काव और 12 मरीजों की ब्लड स्लाइडें तैयार की। मो¨हदर कौर व सोहन सिंह की मौत की सूचना पीजीआई चंडीगढ़ व डीएमसी लुधियाना से मिली है और बुधवार को वहां टीमें सर्वे के लिए भेजी जाएगी। हालांकि सोहन सिंह को संदिग्ध डेंगू का माना जा रहा है। उन्होंने बताया की बुधवार को सेहत विभाग व नगर निगम की टीमें प्रभावित इलाके में जाएंगी और चालान भी काटे जाएंगे।
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पूर्व सीपीएस भंडारी के आदेशों पर हुई फॉगिंग
जिंदा पिंड रोड इलाके में डेंगू से मौत के बाद दहशत का माहौल है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्व सीपीएस केडी भंडारी ने नगर निगम के हेल्थ अफसर डॉ. श्रीकृष्ण को फॉगिंग करने के आदेश दिए। निगम के हेल्थ अफसर डॉ. श्रीकृष्ण ने बताया कि मंगलवार शाम को 60-60 लीटर वाली दो गाड़ियां प्रभावित इलाके में भेज कर फॉगिंग करवा दी गई है।
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डेंगू बुखार के लक्षण
तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द, जी मचलाना व उलटियां आना, थकावट महसूस होना, चमड़ी पर दाने व हालत खराब होने पर नाक, मुंह व मसूड़ों में खून बहना।
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सावधानियां.
-कूलर, गमलों व फ्रिजों की ट्रे में खड़े पानी को सप्ताह में एक बार जरूर अच्छी तरह साफ करके सुखाएं।
-छतों पर रखी पानी की टंकियों के ढक्कनों को अच्छी तरह बंद करें।
- टूटे बर्तनों, ड्रमों व टायरों आदि को खुले में न रखें।
-घरों के आसपास पानी न खड़ा होने दें या खड़े पानी में सप्ताह में एक बार जला काला तेल डाल दें।
- यह मच्छर दिन के समय काटता है, इसलिए ऐसे कपड़े पहनें जिससे शरीर पूरी तरह ढका रहे।
-घरों व दफ्तरों में मच्छर भगाओ क्रीम/तेल आदि का इस्तेमाल करें।
-सोने के समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
-बुखार में पैरासीटामोल या क्रोसिन का इस्तेमाल करें।
-बुखार में एसपीरिन या ब्रूफन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।