नकोदर व महितपुर के तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए आगे आए सांसद चौधरी
जागरण संवाददाता, जालंधर नकोदर व महितपुर के तालाब के जीर्णोद्धार के लिए सांसद संतोख चौधरी भी आगे आए
जागरण संवाददाता, जालंधर
नकोदर व महितपुर के तालाब के जीर्णोद्धार के लिए सांसद संतोख चौधरी भी आगे आए हैं। उन्होंने कहा है कि इन दोनों तालाबों की स्थिति सुधारने के लिए वह हर संभव कोशिश करेंगे। जल्द ही वह दोनों तालाबों पर जाकर मौका देखेंगे व संबंधित अथारिटी से रिपोर्ट भी मंगवाएंगे। जरूरत के मुताबिक सांसद निधि से फंड भी जारी किए जाएंगे। सांसद चौधरी ने दैनिक जागरण की तालाबों के पुनरुद्धार मुहिम को सराहा।
उन्होंने कहा कि हमारे पुराने तालाबों, जलाशयों व प्राकृतिक जल स्रोतों की बेअदबी के कारण ही आज देश में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि नकोदर का शाही तालाब ऐतिहासिक महत्व के बावजूद स्थानीय अथारिटी के उपेक्षा का शिकार है। कुछ ऐसा ही हाल महितपुर के तालाब का भी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही दोनों तालाबों पर विजिट के बाद वह सांसद निधि से फंड की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि डीसी कमल किशोर यादव व नकोदर के एसडीएम दमनजीत सिंह से भी इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट ली जाएगी, ताकि इन दोनों तालाबों के कायाकल्प का काम तेजी से आगे बढ़े। सांसद ने कहा कि अगले एक-दो दिन में वह दोनों तालाबों पर जाकर हालात देखेंगे व इनके कायाकल्प का काम शुरू करवाएंगे।
डीसी भी जारी कर चुके हैं आदेश
जालंधर : डीसी कमल किशोर यादव भी दोनों तालाबों के कायाकल्प का आदेश जारी कर चुके हैं। उन्होंने एसडीएम नकोदर दमनजीत सिंह से इन दोनों तालाबों के पुनरुद्धार के लिए मुहिम चलाने के लिए कहा है। साथ ही जरूरत पड़ने पर मनरेगा के तहत काम शुरू करवाने के लिए कहा है। एसडीएम नकोदर सोमवार को खुद दोनों तालाबों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद यहां नगर कौंसिल के जरिए तालाबों के जीर्णोद्धार का काम शुरू होगा।
ऐतिहासिक है शाही तालाब
नकोदर का शादी तालाब बेहद ऐतिहासिक है, जिसे मुगल काल में बनवाया गया था। यह ऐतिहासिक मकबरों के नजदीक है। यहां लोग कभी पर्यटन के लिए आया करते थे, लेकिन अब यह तालाब गंदे पानी के छप्पड़ में बदलने लगा है।