हार्ट अटैक से होती हैं ज्यादातर अचानक मौतें
जालंधर (वि.) : ज्यादातर होने वाली अचानक मौतों का कारण हार्ट अटैक सामने आया है। लोग शुरुआती दौर में ब
जालंधर (वि.) : ज्यादातर होने वाली अचानक मौतों का कारण हार्ट अटैक सामने आया है। लोग शुरुआती दौर में बीमारी को गंभीरता नहीं लेते और इलाज में कोताही बरतते हैं। ये बातें लाइफ लाइन मेडिकल इंस्टीट्यूशंस के लाइफ लाइन हार्ट सेंटर के डॉ. अनिल सूद ने आइएमए की ओर से आयोजित सेमिनार में कही।
उन्होंने बताया कि एक हजार में से दो के करीब हृदय रोगियों की अचानक मौत होती है। स्वच्छ पर्यावरण, व्यायाम और पौष्टिक आहार से दिल की बीमारियों से काफी हद तक बचाव संभव है। डॉ. संजय स्याल ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से पहले कुछ लक्षण सामने आते हैं, जिन्हें लोग दरकिनार करते हैं। समय रहते लक्षणों के आधार पर जांच करवा दवाइयों का सेवन व बंद बड़ी नाड़ियों में स्टंट डाल कर समस्या से निजात पाना संभव है। उन्होंने आराम परस्त जिंदगी के अलावा हाई ब्लड प्रेशर तथा शूगर को दिल की बीमारियों की जड़ करार दिया। इस मौके पर प्रधान डॉ. रमन गुप्ता, डॉ. एसएस सिद्धू, डॉ. आरएस चहल, डॉ. कपिल गुप्ता, डॉ. विजय नंदा, डॉ. यश शर्मा, डॉ. राजीव सूद, डॉ. हरीश नंदा, डॉ. योगेश्वर सूद, डॉ. बीएस जौहल, डॉ. निपुण महाजन, डॉ. जीएस सिकंद तथा डॉ. रणबीर सिंह के अलावा आइएमए के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।