शहर के संत महाकुंभ में कर रहे सेवा
शाम सहगल, जालंधर एक जगह पर 12 वर्ष के बाद आने वाले महाकुंभ का आगाज इस बार नासिक (महाराष्ट्र) में 2
शाम सहगल, जालंधर
एक जगह पर 12 वर्ष के बाद आने वाले महाकुंभ का आगाज इस बार नासिक (महाराष्ट्र) में 25 अगस्त से हो चुका है। इसे लेकर शहर के कई नामी संतों ने नासिक में डेरा जमाया है तथा श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किया है।
नासिक से 'दैनिक जागरण' के साथ बातचीत के दौरान बावा लाल दयाल आश्रम, दिलबाग नगर के गद्दीनशीन 1008 महंत गंगा दास महाराज ने बताया कि विशाल पंडाल में रोजाना हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। नासिक के बावा लाल दयाल नगर खालसा में हनुमान ध्वज स्थापित करने के साथ ही नि:शुल्क लंगर का आगाज भी कर दिया गया। इसमें रोजाना हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को नि:शुल्क सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। उधर, शहर से रवाना हुए महंत केशव दास बताते हैं कि यह पहला अवसर है जब विश्व के कई हिस्सों से श्रद्धालु पहले स्नान से पूर्व ही नासिक में पहुंच रहे हैं।
सैदां गेट से रवाना हुए पंडित भोला नाथ त्रिवेदी व आचार्य बलराम दास महाराज बताते हैं कि नासिक में श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन के अलावा संत समाज की तरफ से विशेष इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि दूसरा शाही स्नान 13 सितंबर तथा तीसरा शाही स्नान 18 सितंबर को होगा। वर्णनीय है कि हरिद्वार (उत्तराखंड), इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश), उज्जैन (मध्य प्रदेश) तथा नासिक (महाराष्ट्र) में चार वर्ष के बाद एक स्थान पर महाकुंभ का आयोजन होता है।