फ्लैग..किडनी के अवैध कारोबार का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार दो से चार लाख में बिकती थी किडनी!
सुक्रांत, जालंधर: जालंधर पुलिस ने शुक्रवार को किडनी का अवैध कारोबार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया
सुक्रांत, जालंधर: जालंधर पुलिस ने शुक्रवार को किडनी का अवैध कारोबार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में गिरोह के किंगपिन जुनैद अहमद खान सहित चार सदस्यों को काबू किया गया है। एक आरोपी कथित रूप से फरार है। गिरफ्तार आरोपियों से फर्जी आइडी बरामद हुए हैं। इनमें वोटर कार्ड, लाइसेंस व आधार कार्ड शामिल हैं। इनके आधार पर इनकी पहचान उत्तर प्रदेश के सैय्यदपुर के सूर्या बिहार वासी किंगपिन जुनैद अहमद खान व कुलदीप कुमार, उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बलाजंद के रहने वाले सगूर खान तथा लखनऊ के अंदुला करीम, सदर बाजार के रहने वाले वरदान के रूप में हुई है। बताया जाता है कि आरोपी दो से चार लाख में किडनी बेचने का काम करते थे। इसके बाद ये किडनी रईसों को 40 से 50 लाख के बीच में बेची जाती थी। शुक्रवार को पुलिस के पास गुप्त सूचना आई थी जिसके आधार पर ये कार्रवाई की गई है।
स्कैंडल के किंगपिन जुनैद ने अपनी किडनी के साथ ही छह अन्य लोगों की किडनियां जालंधर में बेची हैं। पुलिस इसकी पुष्टि तो नहीं कर रही है लेकिन खुद जुनैद की जुबानी है कि उसे प्रति किडनी दो से चार लाख रुपये मिलते थे। इस स्कैंडल को चलाने वाले किडनियों को आगे 40 से 50 लाख रुपये में बेच देते थे। किडनी केवल अमीरों, जिनमें एनआरआइ ही हैं, को दी जाती है। पिछले कई सालों से इस धंधे में जमे जुनैद ने अपने साथी सगूर अहमद की किडनी भी बेच डाली है।
जुनैद ने कहा कि उसने किडनी अस्पताल को ही किडनियां बेची हैं। इस बात पर भी पुलिस ने चुप्पी साध ली है। एसीपी मॉडल टाउन बलविंदर इकबाल सिंह काहलों का कहना है कि ये सारा मामला जांच का हिस्सा है। बिना किसी सही तथ्य के कुछ कहना मुश्किल है।
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अन्य शहरों में भी फैला है स्कैंडल
किडनी ट्रांसप्लांट का यह गोरखधंधा जालंधर ही नहीं कई अन्य शहरों में भी फैला हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि अन्य कई शहरों के मेडिकल इंस्टीट्यूट भी जुनैद के संपर्क में हैं। जुनैद अपने तीन साथियों सहित तीन दिन से जालंधर अर्बन स्टेट के बाज होटल में ठहरा हुआ था। वहां पर भी उन्होंने जाली आइडी लगाई थी।
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जेल जाएंगे, वापस आएंगे और फिर यही करेंगे..
किडनी स्कैंडल का किंगपिन जुनैद इस धंधे में इतना जुड़ चुका है कि उसे गिरफ्तारी का कोई मलाल नहीं है। उसका कहना था कि 'फिर क्या हुआ, पकड़े गए हैं, जेल जाएंगे, वापस आएंगे और फिर इसी काम को करेंगे।'
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पांचवें आरोपी के पास हैं कई राज..
पुलिस ने चार नहीं बल्कि पांच लोगों को पकड़ा है। चार लोग यूपी के हैं लेकिन पांचवा जालंधर या पंजाब के किसी अन्य शहर का हो सकता है जो किडनी के खरीददार ढूंढ कर लाता है। जुनैद और सगूर अहमद की किडनी गायब बताई जा रही है। कुलदीप और वरदान के शरीर पर ऐसा कोई निशान नहीं है। जिस पांचवें संदिग्ध को पुलिस सामने नहीं ला रही है, हो सकता है कि उसने कुलदीप और वरदान की किडनियों की सुपारी ली हो। पुलिस ने जब चारों को गिरफ्तार किया तो पांचवे के इंतजार की बात कही गई थी।
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किस अस्पताल ने क्या कहा..
नेशनल किडनी अस्पताल के डायरेक्टर डा. संजय मित्तल ने कहा कि उनके अस्पताल पर कोई आरोप लगाता है तो वो गलत है। उनके पास जो भी केस आता है कानूनी कार्रवाई के बाद ट्रांसप्लाट होता है।
वहीं इंडिया किडनी अस्पताल के डॉ. रघुविंदर सिंह का कहना था कि उनके अस्पताल में ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है। आरोप सही नहीं हो सकते। अस्पताल कोई और होगा।
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अमृतसर में हो चुका है किडनी कांड
करीब 13 साल पहले अमृतसर में भी किडनी कांड हुआ था। लोगों की किडनियां निकाल कर अमीरों को बेचने के मामले में डॉ. प्रवीण सरीन को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद बगीचा सिंह किडनी कांड भी हुआ था। यह भी अमृतसर में हुआ था। इसमें पांच डाक्टर पकड़े गए थे। सभी को दोषी करार दिया गया था। इनमें तीन जालंधर, एक चंडीगढ़ और एक अमृतसर का है। हाईकोर्ट ने सभी को जमानत पर रिहा किया है, लेकिन उनका केस अभी भी चल रहा है।