ख्याति पा चुकीं महिलाओं का सम्मान
जागरण संवाददाता, जालंधर सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट ने विभिन्न क्षेत्र में ख्याति हासिल करने
जागरण संवाददाता, जालंधर
सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट ने विभिन्न क्षेत्र में ख्याति हासिल करने वाली महिलाओं को सम्मानित कर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। खेल में कॉमनवेल्थ में कांस्य पदक विजेता राजविंदर कौर, मेडिकल से डॉ. अनुपमा, समाज सेवा में अमनदीप कौर, शिक्षा में दीपिका आनंद, पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से अर्जुना भल्ला, सिंगिंग से साक्षी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर सेंट सोल्जर की विभिन्न ब्रांचों के स्टाफ ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किया। सेंट सोल्जर स्कूल नंगल करार खां के स्टाफ ने महिला सशक्तीकरण विषय पर कोरियोग्राफी पेश की। इस मौके पर शिक्षिकाओं ने मॉडलिंग पेश कर महिला सशक्तीकरण का संदेश दिया।
मुख्य अतिथि ग्रुप की चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने महिलाओं को सशक्त होने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि महिला हर क्षेत्र में अपना परचम फहरा रही है।
इन्हें मिला सम्मान
डॉ. अनुपमा साजन : चाइल्ड केयर स्पेशलिस्ट - एमबीबीएस व एमडी मुबंई से की है। पीजीआइ चंडीगढ़ में रजिस्ट्रार है। लड़कियों को अपनी प्रतिभा को पहचान कर उपलब्धियों को हासिल करना चाहिए, तभी पहचान मिलेगी। लड़कियों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।
अर्जुना भल्ला : दूरदर्शन में पांच साल की उम्र से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट से अपना करियर शुरू किया। 1984 में पहली फिल्म एह जन्म तुम्हारे लेखे आई। अब टीवी पर बतौर एंकर काम करने के साथ हास्य कलाकार संता बंता के साथ एक शो में काम कर रही है। इनका कहना है कि जब एक लड़की ऊंचाईयों को छूती है तो देश विकास करता है। इसके लिए जरूरी है कि लड़कियों को उनकी प्रतिभा निखारने के लिए खुले मौके देने चाहिए।
राजविंदर कौर : खेल में दुनिया में अपनी प्रतिभा का डंका बजा चुकी है। कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडलिस्ट, नेशनल में आठ स्वर्ण, तीन कांस्य, तीन रजत जीतने के बाद कोरिया में हुई एशियन गेम में स्वर्ण पदक लेकर आई हैं। अभी पुलिस में कार्यरत हैं। राजविंदर का कहना है कि एक लड़की तभी आगे बढ़ सकती है, जब उसे घर से पूरा सहयोग मिले। लड़कियों को खेलों में ज्यादा आगे आना चाहिए।
अमनदीप कौर : सोशल सर्विस के क्षेत्र में सम्मान मिला। वह अभी जेसीआइ क्लब की प्रधान हैं। साथ ही एक मैगजीन की संपादक भी हैं। इनका मानना है कि महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाएं सोशल सर्विस में भी अपना करियर बनाने के साथ देश सेवा कर सकती हैं।