21 दिन बाद भी 'स्विफ्ट' लुटेरों का सुराग नहीं
संवाद सहयोगी, जालंधर रात को शहर में निकलने वाले लोगों को लूटने वाले स्विफ्ट सवार लुटेरों का 21 दिन
संवाद सहयोगी, जालंधर
रात को शहर में निकलने वाले लोगों को लूटने वाले स्विफ्ट सवार लुटेरों का 21 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। आला अधिकारियों की एसआइटी, करीब 4 थानों की पुलिस के बावजूद आज तक लुटेरों का कुछ पता नहीं चला है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें से आरोपी का चेहरा कैद हो गया। बावजूद इसके उनको पकड़ा नहीं जा सका है। इसके बाद हाइवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की गई। वहां भी पुलिस स्विफ्ट गाड़ियां तो मिली, लेकिन उनमें वारदात करने वाले कौन सी है, इसका कुछ पता नहीं चल पाया। इस संबंध में एडीसीपी क्राइम जे एलिन चेलियन का कहना था कि कई पहलुओं पर जांच की जा रही है। संदिग्धों से मिली जानकारी पर भी काम किया जा रहा है। जल्द ही आरोपी पुलिस के शिकंजे में होंगे।
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स्विफ्ट सवार लुटेरों की वारदातें
4 नवंबर को फोकल प्वाइंट में दैनिक जागरण के कर्मचारी रविंदर से फोकल प्वाइंट चौक मोबाइल व चार हजार लूटे।
4 नवंबर को 12.30 बजे फ्रैंड्स कालोनी के रहने वाले हैंडटूल व्यापारी से 25 हजार की नकदी लूटी।
5 नवंबर को लद्देवाली यूनिवर्सिटी एन्कलेव में समाचार पत्र में काम कर चुके मोहन लाल शर्मा से पांच हजार रुपये लूटे।
अड्डा टांडा के पास प्रिटिंग प्रेस के मालिक तरुण धीर से 5 हजार की नकदी लूटी।
नीवीं चक्की के पास बर्तन व्यापारी सतीश सहगल को गन प्वाइंट पर ले हजारों की नकदी लूटी।
गाजीगुल्ला में फोटोग्राफर को लूटने का प्रयास।
बीएमसी चौक के पास दुकानदार मोहम्मद आलम से दो हजार की नकदी लूटी।
गाजीगुल्ला के पास डांस टीचर अतुल को गन प्वाइंट पर ले दो हजार की नकदी व मोबाइल लूट लिया।
गाजीगुल्ला के पास स्िवफ्ट सवारों ने हेलमेट धारी को लूटा, पर पुलिस के पास शिकायत नहीं आई।
करीब तीन लोग ऐसे आए, जो रात को ढाबों इत्यादि से काम कर निकलते हैं, को भी लूटने का प्रयास। पुलिस के पास शिकायत नहीं।