एशिया में 21वीं सदी होगी भारत के नाम : संगमा
जागरण संवाददाता, जालंधर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के साथ है जिंदगी के लक्ष्य को भी साथ लेकर चलना
जागरण संवाददाता, जालंधर
बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के साथ है जिंदगी के लक्ष्य को भी साथ लेकर चलना होगा। देश के पास सबसे अधिक युवा हैं, जो एशिया में 21वीं सदी को भारत के नाम करेंगे। ये बातें शनिवार को सांसद व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा ने कहीं। वह एलपीयू के सहयोग से इंडियन फार्मेसी ग्रेजुएट एसोसिएशन की ओर से 29वीं दो दिवसीय वार्षिक कांफ्रेंस के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत के विकास से हम सब का विकास होगा। ऐसे बदलाव के लिए हम सब को सहायक होना होगा। संगमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशों में किए गए प्रयास देश के विकास के प्रति आत्मविश्वास को बढ़ावा देते हैं। एलपीयू के फार्मास्युटिकल साइंसिज विभाग द्वारा एलपीयू के सहयोग से आयोजित कांफ्रेंस का शीर्षक 'इमर्जिग ऑपरच्युनिटिज इन फार्मेसी प्रोफेशन' था। मेघालय के विधायक एवं पीए संगमा के बेटे कोनराड संगमा ने बच्चों को रिसर्च एवं इनोवेशन के विकास से देश का भविष्य उज्जवल बनाने की बात कही। एलपीयू के चांसलर अशोक मित्तल ने आयुर्वेदिक फार्मेसी को प्रोत्साहित किए जाने पर बल दिया। इस मौके पर पीके जग्गी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, विजय भल्ला को एक्सीलेंस अवार्ड तथा आइपीजीए के अध्यक्ष डॉ अतुल नासा के अलावा एक दर्जन से अधिक अतिथियों को सम्मानित किया गया। इससे पहले विद्यार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। समारोह के उपरांत मुख्य अतिथि पीए संगमा ने एलपीयू में शिक्षा ग्रहण कर रहे नार्थ ईस्ट राज्यों के करीब 150 विद्यार्थियों से मुलाकात की। कांफ्रेंस में 100 से अधिक पोस्टर भी प्रस्तुत किए गए।
बोले पीए संगमा
-विद्यार्थियों को भारत के स्वयंपूरक निर्माण के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
-जॉब मार्केट और शिक्षा में तालमेल लाना होगा।
-देश में स्वयं की सुरक्षा करने की महान क्षमता है।
-युवा भ्रष्टाचार का अंत कर सकते हैं।
-ऑनलाइन सिस्टम से मुलाजिमों के लचर प्रदर्शन का खात्मा होगा।