लोगों ने किए शहीदों की अस्थियों के दर्शन
संवाद सहयोगी, जालंधर कामागाटा मारू शताब्दी को समर्पित मेला 'गदरी बाबेआं दा' वीरवार को देशभगत यादगा
संवाद सहयोगी, जालंधर
कामागाटा मारू शताब्दी को समर्पित मेला 'गदरी बाबेआं दा' वीरवार को देशभगत यादगार हॉल में शुरू हुआ। उद्घाटन देशभगत यादगार हॉल कमेटी के प्रधान दरबारा सिंह ढिल्लों, महासचिव डॉ. रघबीर कौर, मीत प्रधान अजमेर सिंह, सभ्याचार संयोजक अनमोलक सिंह, मीत प्रधान अजमेर सिंह ने किया। मेला देखने आए लोगों को शहीदों को हमेशा याद रखने का संदेश दिया। मेले में 1857 में शहीद हुए लोगों की अस्थियों का स्टाल रखा गया। शहीदों के मेडल, सोने के ताबीज, मोती आकर्षण का केंद्र रहे। कमेटी सदस्यों व लोगों ने अस्थियों को छूकर प्रणाम किया। शहीदां वाला खूह अजनाला के प्रधान अमरजीत सिंह सरकारिया ने बताया है कि शहीदां वाले खूह की खुदाई से वर्ष 1857 शहीदों की अस्थियां मिली थी। काफी अस्थियां विसर्जित कर दी गई, जबकि कुछ संरक्षित कर रखी हैं। कमेटी महासचिव डॉ. रघवीर कौर ने बताया कि अस्थियां शहीदों की याद ताजा करवाती हैं। तीन दिवसीय इस मेले के पहले दिन देशभक्ति से संबंधित गायन व भाषण मुकाबले भी आयोजित किए गए।