डीजल महंगा हुआ तो फिर चलेंगे रोडवेज के पंप
मनुपाल शर्मा, जालंधर
निरंतर बढ़ रही डीजल की कीमतें शीघ्र ही पंजाब रोडवेज डिपोज में सूखे पड़े पंपों को फिर चालू करवा सकती है। पिछले कुछ माह से लगातार हो रही डीजल की मूल्यवृद्धि मार्केट में सब्सिडी और बिना सब्सिडी वाले डीजल के रेट को बराबर कर सकती है। इस कारण रोडवेज को मार्केट में निजी पेट्रोल पंपों से डीजल खरीदना बंद करना पड़ सकता है।
पेट्रोलियम मंत्रालय की तरफ से डीजल के छोटे खरीदारों को सब्सिडी दी जा रही थी, जो बड़े खरीदारों पर लागू नहीं थी। बड़ा खरीदार होने के चलते पंजाब रोडवेज संस्थान को परचून से महंगा डीजल मिलने लगा और रोडवेज ने अपने पंप बंद कर दिए और मार्केट में से अपनी बसों में डीजल डलवाना शुरू कर दिया था। ऐसे हालातों में निजी ट्रांसपोर्टर सस्ता डीजल खरीद रहे थे और सरकारी बस सेवा के लिए महंगा डीजल खरीदना पड़ रहा था। कमाई में पिछड़ता देख पंजाब रोडवेज प्रबंधन ने अपने डिपोज में ऑयल कंपनियों की तरफ से स्थापित पंप बंद कर दिए थे।
अब हर माह डीजल के रेट में वृद्धि हो रही है और थोक एवं परचून के रेट लगभग समान होने के करीब पहुंच गए हैं। इस कारण रोडवेज के अधिकारी आशा व्यक्त कर रहे हैं कि जल्द ही अपने पंप चलने शुरू हो सकते हैं। पंजाब रोडवेज जालंधर-2 के जनरल मैनेजर परनीत सिंह मिन्हास ने कहा कि अंतिम निर्णय तो मुख्यालय ने करना है, लेकिन पंप बंद करने की वजह रेट में भारी अंतर होना ही बना था। अब रेट लगभग बराबर होने के करीब पहुंच चुके हैं, अगली एक-दो वृद्धि के बाद आशा है कि रोडवेज की बसों को डीजल भरवाने के लिए मार्केट में पेट्रोल पंपों पर नहीं जाना पड़ेगा।