चौगिंट्टी के मरीजों को मिला हैपेटाइटिस-ई
जागरण संवाददाता, जालंधर
महानगर में चौगिंट्टी इलाके में दूषित पानी की वजह से पीलिया की दहशत कायम है, वहीं कुछ इलाकों में दूषित पानी का सिलसिला जारी है। हालात इस कद्र बिगड़ गए हैं कि अब यकृतशोथ (हैपेटाइटिस-ई)के भी मरीज रिपोर्ट होने लगे हैं। सिविल सर्जन डॉ. आरएल बस्सन ने बताया की सेहत विभाग ने पीलिया प्रभावित इलाके चौगिंट्टी से 8 मरीजों के खून के सैंपल सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर भेजे गए थे। इनमें से 7 मरीजों में हैपेटाइटिस-ई पाया गया है। यह हैपेटाइटिस ए से थोड़ा अधिक ताकतवर माना जाता है। वजह दूषित पानी व खाना है। सेहत विभाग की सूची में इस इलाके से करीब तीन दर्जन मरीज पीलिया के हैं। विभाग की टीमें समय-समय पर इलाके में जांच कर रही हैं।
जूनियर मॉडल स्कूल से भरा पानी का सैंपल
जालंधर: बरसात की दस्तक के साथ ही सेहत विभाग ने हाई रिस्क इलाकों में मुहिम तेज कर दी है। मंगलवार को टीमों ने महानगर के विभिन्न इलाकों में सर्वे कर पानी के 4 सैंपल भरे हैं, इनमें एक पानी का सैंपल जूनियर मॉडल स्कूल का भी शामिल है। सिविल सर्जन डॉ. आरएल बस्सन ने बताया कि टीमों ने फग्गू मोहल्ला, जीवन नगर, गढ़ा, टांडा रोड, सिकंदर शाह रोड, कुष्ठ आश्रम, जूनियर मॉडल स्कूल, गांधी कैंप व चौगिंट्टी के इलाके में घर-घर जाकर सर्वे किया। इस दौरान 1938 की आबादी वाले 454 घरों में दस्तक देकर 15 हजार क्लोरीन की गोलियां बांटी और पानी के 4 सैंपल भरे। टीम को डायरिया के 8, उलटी के 3 व बुखार के 2 मरीज मिले।
नूरपुर का सर्वे करेगा सेहत विभाग
जालंधर: गांव नूरपुर में गंदगी के आलम लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। सेहत विभाग अब इलाके का सर्वे करेगा। सिविल सर्जन डॉ. आरएल बस्सन का कहना है कि जिला एपीडिमोलॉजिस्ट की टीम इलाके का दौरा करेगी। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर डिप्टी कमिश्नर को सौंपी जाएगी।