मेयर बोले, कांग्रेस के आरोप चुनावी स्टंट
जागरण संवाददाता, जालंधर
शहर की सड़कों से लेकर बजट सदन की बैठक और फिर ठेकेदारों को किए गए भुगतान को लेकर लगातार आरोप झेल रहे मेयर सुनील ज्योति ने पूरे एपिसोड को चुनावी स्टंट करार दिया है। साथ ही सवाल किया है कि अगर नेता विपक्ष को शहर के इतनी फिक्र है तो डेढ़ साल से कहां थे। आखिरकार चुनाव के दौरान ही निगम की कार्यशैली को लेकर तमाम सवाल कैसे खड़े हो गए। चुनाव में उपलब्धियां के नाम पर कांग्रेसी पार्षदों के हाथ खाली हैं और शहर में हो रहे विकास कार्य से घबरा गए हैं। ऐसे में कोरे आरोपों के बल पर चुनाव में अपनी हाजिरी लगाने में जुटे हैं।
दरअसल 24 मार्च को निगम के बजट सदन की बैठक के बाद से नेता विपक्ष जगदीश राजा अन्य कांग्रेसी पार्षदों के साथ मेयर पर आरोपों की झड़ी लगाते आ रहे हैं। पहले बजट की बैठक में एक्ट की धज्जियां उड़ाने, फिर तो फिर सड़क रिपेयरिंग के नाम पर 13 करोड़ व सड़क बनाने पर ठेकेदारों को दिए गए 36 करोड़ के भुगतान में हेराफेरी का आरोप लगाते रह हैं तो शहर की समस्या पर चर्चा के लिए निगम सदन की बैठक बुलाने को गत दिवस मेयर को कानूनी नोटिस भेजा है। तमाम आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए शुक्रवार को मेयर ने कहा कि ठेकेदारों को 49 करोड़ का भुगतान अगस्त से 31 दिसंबर, 2013 तक किया गया है। अगर शहर के विकास की कांग्रेस को वाकई चिंता थी तो कभी किसी विकास के मसले या योजना पर चर्चा क्यों नहीं की। अब चुनाव आने पर रोजाना निराधार आरोप को मुद्दा बनाकर अपनी स्थिति सुरक्षित करने में लगे हैं।
101 बहस करें तो स्पष्ट हो जाएगी स्थिति: राजा
नेता विपक्ष जगदीश राजा का कहना है कि अगर आरोप निराधार हैं तो मेयर सदन की बैठक बुलाकर बहस करें, सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। डेढ़ साल बाद ही सही, जो सवाल पार्षदों ने पूछे हैं, उसका जवाब क्यों नहीं दिया जा रहा है।