दूध लेने के बहाने नशे का झूठा केस डालने गए एसएचओ को बनाया बंधक
लोगों ने बंधक बनाया तो रफूचक्कर हो गए गनमैन, पार्षद ने पहुंचकर पहुंचाया थाना माडल टाऊन
लोगों ने बंधक बनाया तो रफूचक्कर हो गए गनमैन, पार्षद ने पहुंचकर पहुंचाया थाना माडल टाऊन
जागरण संवाददाता, होशियारपुर
न्यू माडल टाउन निवासी भाजपा पार्षद अशोक कुमार शोकी के ममेरे भाई पर चूरा पोस्त का झूठा केस डालने गए एसएचओ अपने जाल में फंस गए। उनकी हरकत का लोगों को पता चलने के बाद उन्हें बंधक बना लिया गया और पीटा भी गया। बाद में पार्षद ने मौके पर पहुंच उसे वहां से छुड़वाया और थाने पहुंचाया। डेयरी का काम करने वाले विक्रमजीत ऊर्फ बल्लू ने बताया कि सुबह लगभग सात बजे उसके पास एक व्यक्ति ने आकर दस किलो दूध का दाम पूछा था। उसने उसे इसके साढ़े चार सौ रुपये बताए। इस पर उस व्यक्ति ने उसे एडवांस में तीन सौ रुपये देकर दूध को अड्डा माहिलपुर में पहुंचाने की बात कहीं। दूध दोहने और पशुओं को चारा डालने की वजह से वह लेट हो गया। उसके बाद करीब सवा नौ बजे के करीब सिविल वर्दी में इनोवा गाड़ी में सवार होकर तीन लोग आए और दूध देने के लिए कहा। जैसे ही वह दूध लेकर गाड़ी के समीप पहुंचा, वहां पर खड़े एक शख्स ने उसे पकड़ लिया। कारण पूछने पर एसएचओ हरबंस ¨सह ने अपनी जेब से चूरापोस्त निकालते हुए उस पर डालने की बात कहीं। इससे वह डर गया और खुद को छुड़ाकर घर की तरफ भागने लगा। शोर सुनकर आसपास लोग भी इक्ट्ठा हो गए। जब उसने सभी को सच्चाई बताई तो लोगों ने एसएचओ को पकड़ कर बंधक बना लिया और मौके की नजाकत को भांपते हुए गनमैन रफूचक्कर हो गए।
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पिटने लगे तो बोले, मैं एसएचओ हूं
मौके की नजाकत को भांपते हुए सिविल वर्दी में गनमैन वहां से रफूचक्कर हो गए और लोगों ने एसएचओ को घर के अंदर बंधक बना लिया। मुसीबत में फंसे एसएचओ ने बताया कि वह इंस्पेक्टर हरबंस ¨सह है और थाना चब्बेवाल में तैनात है। इसी बीच, सूचना पाकर भाजपा पार्षद अशोक कुमार शोकी मौके पर पहुंचे और एसएचओ हरबंस को छुड़ाकर थाना मॉडल टाउन लेकर पहुंचे। एसएचओ ने कहा कि उन्होंने अपने मुखबिर से चूरापोस्त मंगाया था। इसके आधार पर वह उसे गिरफ्तार करने गए थे।
मुझे साजिशन फंसाने की कोशिश की गई : बल्लू
पीड़ित बल्लू ने कहा कि वह दूध बेचने का काम करता है। चूरापोस्त बेचने की तो बात दूर, वह तो खाता भी नहीं है। उसका टेस्ट करवाया जा सकता है। एसएचओ ने गहरी साजिश के तहत उसे झूठे केस में फंसाने की कोशिश है। उसने बताया कि एसएचओ की प्ला¨नग दूध के बहाने बल्लू को अड्डा माहिलपुर बुलाने की थी। वह वहां दूध देने चला भी जाता, लेकिन दूध दोहने और पशुओं को चारा डालने में व्यस्त होने की वजह से लेट हो गया। उसके न आने से एसएचओ हरबंस खुद ही उसके पास पहुंच गए। इसी वजह से पुलिस की सारी प्ला¨नग पर पानी फिर गया।
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पुलिस की कारगुजारी पर खड़े करते ये सवाल
-न्यू माडल टाउन का इलाका थाना मॉडल टाउन के तहत आता है। थाना चब्बेवाल के एसएचओ हरबंस ¨सह को आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए क्यों आना पड़ा। उनके साथ थाना माडल टाउन पुलिस भी नहीं थी।
-अगर चूरापोस्त के साथ पकड़ा ही नहीं गया, तो किस हैसियत से गिरफ्तार करने की कोशिश की गई।
-गिरफ्तारी के लिए प्रयोग की गई गाड़ी भी प्राइवेट थी और सभी मुलाजिम सिविल वर्दी में थे।
-बिना पूरी तरह से पड़ताल किए ही महज मुखबिर के कहने पर आनन-फानन में गिरफ्तारी की प्ला¨नग की गई।
-बाद में एसएचओ ने कहा, मैंने जांच कर ली, तुम निर्दोष हो। गलत सूचना मिल गई थी। इस दौरान मुखबिर को भी सामने नहीं लाया गया।
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सारा दिन चूरापोस्त का वारिस ढूंढती रही पुलिस
नंबर बनाने के चक्कर में औंधे मुंह गिरी पुलिस की खूब किरकिरी हुई। चूंकि साफ हो चुका था कि बल्लू चूरापोस्त नहीं बेचता है। ऐसे में सवाल उठा कि आखिरकार चूरापोस्त आया कहां से। उस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए, जिसने चूरापोस्त का जुगाड़ करवाकर पुलिस को बल्लू की गिरफ्तारी के लिए भेजा था। इसी चक्कर में पहले थाना मॉडल टाउन के एसएचओ नरेंद्र कुमार मंथन करते रहे। दोपहर 12 बजे के करीब डीएसपी सिटी सुख¨वदर ¨सह मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी मंथन किया। मगर, किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे। बाद दोपहर तीन बजे के करीब डीएसपी सुख¨वदर ¨सह, एसएचओ नरेंद्र ¨सह एसएसपी जे. इलनचेलियन के साथ बंद कमरे में इस प्रकरण को लेकर मंथन करने में जुटे रहे। मौके से 200 ग्राम के करीब चूरा पोस्त बरामद हुआ है।
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'इस प्रकरण का निष्पक्ष जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएगा, उसके हिसाब से अगली कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी किया जाएगा।'
-जे. इलनचेलियन, एसएसपी होशियारपुर।