कूड़े के ढेर पर धक्के खा रहा देश का भविष्य
संवाद सहयोगी, होशियारपुर एक तरफ जहां सरकार गरीबों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा मुहैया क
संवाद सहयोगी, होशियारपुर
एक तरफ जहां सरकार गरीबों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा मुहैया करवाने के नाम पर बड़े-बड़े दावे पेश करती है। वहीं, अगर जमीनी हकीकत की बात की जाए तो कुछ ओर ही दिखाई देती है। जिसका ताजा उदाहरण भरवाई रोड पर टिबरेवाला के शोरूम के सामने लगे कूड़े के ढेर पर देखने को मिला है। जहां कूड़े के ढेर पर देश का भविष्य धक्के खा रहा है।
बात करने पर इस 8 वर्षीय बच्चे ने बताया कि वह बिहार का रहने वाला है। उसका नाम राजू कुमार है। उसे पढ़ने का भी बहुत शौक है। लेकिन मजबूरी में उसे यह काम करना पड़ रहा है। शाम के समय हमारी झुग्गी झोंपड़ी में पढ़ाने के लिए एक अध्यापिका आती है। हमारी झोंपड़ी के कई बच्चे उनके पास रोजाना एक घंटा पढ़ते हैं। बच्चे ने बात करने पर बताया कि उसका पिता जगदेव साहनी कबाड़ का काम करता है और वह सुखिआबाद में झुग्गी झोंपड़ी में भंगी चो के किनारे रहता है। पास में खड़ी राजू कुमार की मां मीना देवी ने बताया कि मेरे तीन बच्चे हैं। हमने भी अपने बच्चों के लिए अपने दिल में कई अरमान पाले हुए हैं कि वह भी पढ़लिखकर अपनी ¨जदगी में कामयाब हो जांए, परंतु हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि हम अपने बच्चों को अच्छी तरह पढ़ा सकें। मजबूरी में हमारे बच्चों को यह काम करना पड़ रहा है।