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पिता ने पुत्र की छाती में गोली मारी, गंभीर जख्मी

संवाद सहयोगी, होशियारपुर महाराणा प्रताप चौक (प्रभात चौक) के नजदीक बुधवार दोपहर को एक घर में पिता

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Jul 2017 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jul 2017 01:01 AM (IST)
पिता ने पुत्र की छाती में गोली मारी, गंभीर जख्मी
पिता ने पुत्र की छाती में गोली मारी, गंभीर जख्मी

संवाद सहयोगी, होशियारपुर

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महाराणा प्रताप चौक (प्रभात चौक) के नजदीक बुधवार दोपहर को एक घर में पिता ने जमीन विवाद के चलते अपने बेटे को गोली मार दी। इसके जिसके बाद जख्मी हालत में मोहल्ले वालों ने उक्त नौजवान को स्थानीय सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां पर उसकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया है।

मौके से एकत्र जानकारी के अनुसार विजय कुमार अपना पुश्तैनी घर बेचना चाहता था। जिसका उसके पुत्र रोबिन की तरफ से विरोध किया जाता था। बुधवार दोपहर को भी इसी बात को लेकर पिता -पुत्र में तकरार हुई। इस दौरान गर्मागर्मी इतनी बढ़ गई कि विजय कुमार ने अपनी बंदूक से अपने ही पुत्र रोबिन के सीने पर गोली चला दी। उधर, बाद में थाना मॉडल टाउन की पुलिस ने विजय कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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रोबिन को नहीं था यकीन कि पिता गोली मार देगा

मोहल्ले के कुछ लोगों ने बताया कि पिता -पुत्र के बीच में पहले भी झगड़ा होता रहा है। मगर, रोबिन कभी यह नहीं मान सकता था कि उसका पिता उसे गोली मार देगा। यही कारण रहा कि पिता विजय कुमार के हाथ में बंदूक होने के बावजूद रोबिन उनके सामने खड़ा रहा।

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रेफर करने के कागजों में बरती स्टाफ ने लापरवाही

उधर, सरकारी अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के कारण जख्मी रोबिन को को ले जाने वाली एंबुलेंस को एक बार शहर से बाहर जाकर फिर से वापस अस्पताल आना पड़ा। जानकारी के अनुसार घायल नौजवान के परिवारिक सदस्यों को डॉक्टरी स्टाफ की तरफ से वे दस्तावेज ही नहीं दिए गए थे, जिनसे डीएमसी अस्पताल के डॉक्टरों को यह जानकारी मिलनी थी कि मरीज को किस अस्पताल से और किन हालात में रेफर किया गया है।

इस कार्य के कारण अतिरिक्त 30 मिनट खराब हुए हैं। जानकारी के अनुसार यह काम मौके पर उपस्थित डॉक्टरी स्टाफ का होता है, जिसे सही तरीके से नहीं निभाया गया। रोबिन के किसी परिवारिक सदस्य ने जब एंबुलेंस में इस बारे में पूछा कि क्या जरूरी दस्तावेज ले लिए हैं, तब एंबुलेंस फिर से दस्तावेज लेने अस्पताल पहुंची। ऐसे में इस लापरवाही के लिए वास्तव में कौन दोषी है? क्योंकि इस दौरान एक-एक मिनट बहुत कीमती था।

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मामले की जांच की जाएगी : एसएमओ

सिविल अस्पताल होशियारपुर के एसएमओ ओपी गोजरा का इस बारे में कहना है कि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है। फिर भी वह इस बात का पता लगाकर जांच करवाएंगे कि घटना के समय किसकी ड्यूटी थी।


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