लाखों रुपये खर्च कर बनाया पार्क आज बदहाल
अभिषेक भाटिया,होशियारपुर रेलवे स्टेशन होशियारपुर का पार्क अपनी उपेक्षा के चलते बदहाली के आंसू बहा
अभिषेक भाटिया,होशियारपुर
रेलवे स्टेशन होशियारपुर का पार्क अपनी उपेक्षा के चलते बदहाली के आंसू बहा रहा है। यूपीए सरकार के दौरान होशियारपुर की सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री संतोष चौधरी की ओर से स्टेशन के बाहर बनवाया गया था लेकिन तब से लेकर अब तक इसकी दशा में सुधार नहीं हुआ। यूपीए के बाद एनडीए सरकार आई लेकिन इस पार्क के भाग्य नहीं खुले। सिर्फ नाम की रेलवे स्टेशन पार्क अब जी का जंजाल बन चुकी है। पार्क के अंदर उगी बड़ी बड़ी घास बूटी, टूटे झूले, टूटे बैंच इसके अस्तित्व की कहानी बयां करते है। वहीं इसका मेन गेट भी टूट चुका है। अब ऐसी स्थान में भला कोई कैसे जाने की सोच सकता है। पार्क की काफी हद तक रे¨लग टूट चुकी है। पार्क के आस-पास शराब की बोतले पड़ी जरुर मिल जाएंगी। यह नहीं की र्पाक की दुर्दशा के बारे में केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला को पता नहीं लेकिन उनके पास इस समस्या के समाधान का लगता कोई उपाय नहीं है। रेलवे स्टेशन का होने के कारण इसकी रख रखाव की जिम्मेदारी भी रेलवे की ही है।
समय बीतने के साथ-साथ पार्क की देख भाल न होने के चलते पार्क की हालत दिनों दिन बद से बदतर होती जा रही है। पब्लिक के मनोरंजन के लिए बनाए गए पार्क पर खर्च किये गए लाखो रूपये भी मिट्टी में मिल गए हैं। शनिवार को दैनिक जागरण की ओर से इस पार्क का दौरा किया गया तो पार्क में उगी ऊंची-ऊंची घास व जंगली बूटी पार्क की शोभा बढ़ा रही थी। इसकी वजह से यह पार्क लोगो के मनोरंजन की बजाय परेशानी का सबब बन कर रह गया है। पार्क में बच्चों के खेलने के लिए लगाए झूले खस्ताहाल हैं। पार्क में उगी जंगली बूटी के कारण वहां सांप व या अन्य जहरीले जानवर भी हो सकते हैं। इस कारण कोई भी पार्क के भीतर जाने के हिम्मत नहीं करता। पार्क के भीतर द्वार पर प्रवेश करते ही जगह जगह पर गंदगी फैली हुई । रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्री पार्क इस्तेमाल रात के समय शौचालय के रूप में कर रहे है। इलाका निवासी अरुण, दिलप्रीत ¨सह, सुमित कुमार, जसपाल ¨सह, संदीप ¨सह मोहित सन्धु व रोहित ने कहा अगर इस पार्क का रख रखाव ही नहीं करना था तो लाखो रूपये बर्बाद ही क्यों किये गए।