पानी को लेकर शिवसैनिकों ने किया मिनी सचिवालय का घेराव
संवाद सहयोगी, होशियारपुर शहर के कुछ मोहल्लों में पानी न आने से भड़के शिवसैनिकों ने मिनी सचिवालय
संवाद सहयोगी, होशियारपुर
शहर के कुछ मोहल्लों में पानी न आने से भड़के शिवसैनिकों ने मिनी सचिवालय का घेराव कर मेयर व निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। तीन घंटे तक किए घेराव के बाद मौके पर पहुंचे एडीसी राहुल चाबा के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और तब जाकर शिवसैनिक मिनी सचिवालय के मुख्यमार्ग से हटे। तीन घंटे तक मिनी सचिवालय का घेराव के चलते वहां पर काम करवाने आए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शिवसेना राज्य उपप्रमुख रणजीत राणा ने कहा कि पिछले कई दिनों से शहर के कुछ मोहल्लों में लोग पानी की समस्या से जूझ रहे थे। शिव सेना की और से इन मोहल्लों का दौरा कर लोगों की समस्या को निगम प्रशासन के ध्यान में लाया था। बावजूद इसके मोहल्ला सुंदर नगर, रविदास नगर, भीम नगर आदि मोहल्लों में लोग पानी की बूंद बूंद को तरस रहे है। राणा ने कहा की निगम को नींद से जगाने के लिए शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मोहल्लों के लोगों को साथ लेकर मिनी सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन किया था। उस समय प्रशासन की और से पानी की समस्या का हल जल्द निकालने का आश्वासन दिया था। मंगलवार को आठ दिन बीत जाने के बाद भी इन मोहल्लों में लोग पानी को तरस रहे है। मोहल्ले के लोगों के सब्र का बांध उस समय टूट गया जब उन्हें एक बार फिर आश्वासन मिला।
पानी की समस्या को लेकर अनशन पर बैठे शिवसैनिकों की सेहत बिगड़ी
मोहल्लों में पानी की समस्या को लेकर मिनी सचिवालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे शिवसेना की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन में प्रवेश कर गई। शिवसेना की और से आमरण अनशन पर बैठे शिवसेना जिला उप प्रमुख नवदीप रतन उर्फ नन्नू व महिला ¨वग की प्रधान सुनिता श्रीवास्तव की हालत बिगड़ने लगी है।शिव सैना जिला प्रमुख शशि डोगरा व शहरी प्रधान जावेद खान ने कहा कि भूख हड़ताल पर बैठे शिवसेना प्रतिनिधियों को अगर कुछ हो जाता है तो इसकी पूरी जिम्मदारी प्रशासन की होगी।
मेयर शिवसूद को नैतिक के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए
राणा ने कहा कि मेयर शिव सूद जानबूझ कर शिवसेना प्रभावी मोहल्लों में पानी की समस्या को हल नहीं करवाना चाहते। लोगों की समस्या को देखते हुए शिव सैनिक मोहल्लों में उनकी समस्या का हल करवाने के लिए सड़कों पर उतरकर प्रशासन का विरोध करते रहेंगे। राणा ने कहा कि अगर मेयर से शहर के मोहल्लों में पानी की समस्या का हल नहीं होता तो वह नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दें।